Sambhal Violence: शारिक साटा के खिलाफ लुकआउट नोटिस, मुल्ला अफरोज पर रासुका, वाहन चोरी गैंग का इनसे यह कनेक्शन
संभल बवाल में चार लोगों की हत्या के आरोपी मुल्ला अफरोज पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है। उसके साथी गुलाम और वारिस पर भी जल्द कार्रवाई होगी। 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान तीनों ने विदेशी हथियारों से गोलीबारी की थी।

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संभल बवाल में चार लोगों की हत्या के आरोपी दीपा सराय निवासी मुल्ला अफरोज पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) की कार्रवाई की गई है। आरोपी के साथी दीपा सराय निवासी गुलाम और खग्गू सराय निवासी वारिस के खिलाफ भी एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।

एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल के दौरान मुल्ला अफरोज, गुलाम और वारिस ने विदेशी हथियारों से गोलियां चलाई थीं। इसमें कोटगर्बी निवासी अयान, नईम, तुर्तीपुर इल्हा निवासी कैफ, सरायतरीन निवासी बिलाल और हयातनगर निवासी रोमान की मौत हो गई थी।
हालांकि रोमान के परिजनों ने बिना किसी कार्रवाई के शव को सुपुर्द ए खाक कर दिया था। चार हत्या के मामले दर्ज किए गए थे। एसआईटी ने छानबीन की तो शारिक साटा गिरोह प्रकाश में आया और इसी क्रम में तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी। आरोपियों के पास से पिस्टल व विदेशी कारतूस भी बरामद किए गए थे।
उन्होंने बताया कि आरोपी मुल्ला अफरोज पर एनएसए की कार्रवाई की गई है। जल्द ही अन्य दो आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों के खिलाफ 23 अप्रैल को चार्जशीट पुलिस ने दाखिल की थी। मुल्ला अफरोज को 20 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद से ही आरोपी जेल में बंद हैं।
वारिस और गुलाम की भूमिका सामने आई थी
एसपी ने बताया कि मुल्ला अफरोज की गिरफ्तारी के बाद ही गुलाम और वारिस की भूमिका सामने आई थी। आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि शारिक साटा के माध्यम से ही पिस्टल और विदेशी कारतूस संभल तक पहुंचे थे। गिरोह का मकसद था कि शहर में कर्फ्यू लगवा दिया जाए।
इसमें पुलिसकर्मियों की हत्या की भी साजिश रची थी। बवाल के दौरान 29 पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। डीएम और एसपी पर जानलेवा हमला किया गया था। बवाल जामा मस्जिद से शुरू होकर हिंदूपुरा खेड़ा तक पहुंच गया था।
शारिक साटा के खिलाफ लुकआउट नोटिस है जारी
दीपा सराय निवासी शारिक साटा देश के बड़े वाहन चोरों की सूची में शामिल है। दिल्ली पुलिस के अनुसार वह दाऊद इब्राहिम की डी गैंग और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में भी रहता है। आईएसआई के माध्यम से मिलने वाले नकली नोट भारत में खपाने के आरोप में दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन जमानत मिलने पर फर्जी पासपोर्ट के माध्यम से विदेश भाग गया। संभल पुलिस को जानकारी है कि वह दुबई में रहकर वाहन चोरी, हथियार सप्लाई व अन्य अवैध धंधे चलाता है। एसपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी है।