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UP News: बंदर के झपटने से मौसी की गोद से गिरा डेढ़ साल का मासूम... मौत; यहां 15 दिन में तीन लोगों की गई जान

संवाद न्यूज एजेंसी, शाहजहांपुर Published by: मुकेश कुमार Updated Sun, 21 Dec 2025 12:12 PM IST
सार

शाहजहांपुर के जलालाबाद क्षेत्र में बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं। बंदर आए दिन लोगों पर हमले कर रहे हैं। खाईंखेड़ा गांव में बंदरों के झपटने से भागी युवती की गोद से डेढ़ साल का मासूम गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। युवती घायल हुई है। 

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baby died after falling from his aunt's lap during a monkey attack in Shahjahanpur
अंश का फाइल फोटो - फोटो : परिजन
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विस्तार
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शाहजहांपुर के जलालाबाद क्षेत्र के खाईंखेड़ा में शनिवार को बंदर के झपटने से डरकर भागी मौसी की गोद से मासूम गिर गया। गंभीर हालत में इलाज के लिए ले जाते समय उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। घायल मौसी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। पिछले 15 दिन में तीन लोगों की बंदरों के हमले में जान जा चुकी है।  

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खाईंखेड़ा निवासी अवधेश की बहन पास में ही रहने वाले रवींद्र यादव को ब्याही हैं। रवींद्र के छोटे भाई पवन यादव का डेढ़ वर्षीय बेटा अंश, अवधेश की अविवाहित बहन 21 वर्षीय अंशिका (रिश्ते में मौसी) से काफी घुला-मिला था और अक्सर वह उनके घर पर ही रहता था। 
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अवधेश ने बताया कि शनिवार सुबह अंश उनके घर पर था। करीब 9:30 बजे बिस्कुट का पैकेट लेकर अंशिका, अंश को लेकर छत पर चली गई। इसी दौरान एक बंदर आ गया और बिस्कुट देखकर झपटा। इससे अंशिका डर गई और अंश को गोद में लेकर तेजी से सीढ़ियों की ओर भागी। इसी हड़बड़ाहट में पैर फिसलने से अंश गोद से गिर गया।  

बाहर से लाकर छोड़ दिए बंदर... कई लोगों पर कर चुके हमला
ब्लॉक मदनापुर की ग्राम पंचायत खाईंखेड़ा तथा इसके मजरे नगलादमन के लोग लंबे समय से बंदरों के कारण परेशान हैं। बंदरों की यह समस्या तब से और बढ़ गई है जब करीब छह महीने पहले अज्ञात लोग बाहर से पकड़कर लाए दो सौ से ज्यादा बंदर गांव के पास छोड़ गए थे। बंदर कई लोगों को काट चुके हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि इन दिनों बंदर झुंड में घूमते रहते हैं। सुबह-शाम खाना बनाने के समय घर में पुरुष सदस्य लाठी लेकर मौजूद रहते हैं। बस्ती से भगाने पर ये बंदर खेतों का रुख करके फसलों को बर्बाद कर देते हैं। खुले घरों में रहने वाले लोगों को बंदर रात में भी चैन नहीं लेने देते। छतों से लेकर गांव की गलियों तक हर जगह बंदरों का आतंक बना रहता है। इस गांव के रूपा यादव, राधे, अवधेश यादव आदि ने बताया कि छह महीने पहले अचानक बंदरों की संख्या बढ़ गई। 

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ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पहले से रह रहे बंदरों और नए आए बंदरों के बीच अक्सर संघर्ष होता है। इस दौरान बीच में कोई आ गया तो बंदर उसका बुरा हाल कर देते हैं। रूपा यादव ने बताया कि उसकी मां चंपा देवी और गांव निवासी कप्तान की बेटी अनीता को करीब 20 दिन पहले बंदरों ने इस कदर काटा था कि उन लोगों को कई टांके लगवाने पड़े थे।

पड़ोस की ग्राम पंचायत चदौरा बहादुरपुर तथा उसके मजरा कल्याणपुर तथा खेड़ा बहादुरपुर में भी काफी संख्या मे मौजूद बंदर लोगों के जीवन को मुश्किल मे डाले हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया इस समस्या का कोई उपाय करने को कई बार ग्राम प्रधान से कहा गया। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर भी कई बार काॅल की गई। इसके बावजूद कोई हल नहीं निकला।

हाल में बंदरों के हमले की हुईं घटनाएं
  • 15 दिसंबर 2025 : परौर के दसिया गांव में बंदरों के हमले में छत से गिरकर जसवीर सिंह के 11 वर्षीय प्रशांत की जान चली गई थी।
  • 09 दिसंबर 2025 : जैतीपुर क्षेत्र के खेड़ारठ गांव में बंदरों की उछलकूद से गिरे मकान के छज्जे से दबकर 32 वर्षीय उमेश की मौत हो गई थी।
  • 08 दिसंबर 2025 : कलान के मोहल्ला शिवनगर में बिजली उपकेंद्र के पास रहने वाले राजीव की पुत्री परी सोमवार को दोपहर घर की छत पर खेलते समय बंदरों का झुंड आता देख उनसे बचने के फेर में नीचे गिरकर घायल हो गईं।
  • 26 नवंबर 2025 : मीरानपुर कटरा के सिउरा गांव में छत पर खेल रहे शिवम के पुत्र अर्पित को बंदरों ने काट लिया। कसरक गांव में किशन लाल के पुत्र अभय गोस्वामी और बाबूपुर बुजुर्ग उर्फ नगरा गांव में रामनिवास के पुत्र कृष्णा को भी बंदरों ने काटकर लहूलुहान कर दिया। बंगशान मोहल्ले में छत पर कपड़े सुखाने गईं उस्मान खां की पत्नी बानो खानम बंदरों के झुंड से बचने के लिए भागीं तो छत से नीचे गिरने से पैर टूट गया।
  • 04 नवंबर 2025 : रोजा के देवरास गांव में बंदरों की उछलकूद से छज्जा गिरने से जिलेदार सिंह के चार वर्षीय बेटे कार्तिक की मलबे में दबकर मौत हो गई थी।
  • 22 सितंबर 2025 : बंदरों के हमले से छत से छज्जे समेत नीचे गिरे कांट थाना क्षेत्र के औधापुर गांव निवासी 50 वर्षीय आसाराम की मौत हो गई।
  • 14 मई 2025 : निगोही में रेलवे कॉलोनी निवासी 45 वर्षीय गुल्ले की बंदरों के हमले में छत से गिरकर मौत हो गई थी।

एडीएम रजनीश मिश्रा ने बताया कि बंदरों की समस्या के हल के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी। तहसीलस्तर पर अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा। 
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