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Sitapur News: गोमती के कछार में बाघ व तेंदुए की चहलकदमी, ग्रामीणों में खौफ
संवाद न्यूज एजेंसी, सीतापुर
Updated Sun, 14 Sep 2025 12:41 AM IST
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पगचिह्नों की जांच करते वन अधिकारी।
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गोंदलामऊ (सीतापुर)। गोमती के कछार में बाघ व तेंदुए की लगातार चहलकदमी ग्रामीणाें के लिए मुसीबत बनी है। गैथा गांव के निकट किसान को रास्ते पर तेंदुआ दिखा। इससे वह काफी डर गया। वहीं रघुनाथपुर तेंदुवा गांव के ग्रामीण ने बाग में तेंदुए को देखने का दावा किया है। दोनों ही स्थानों पर सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने कॉम्बिंग की। टीम ने पगचिह्न की जांच के बाद तेंदुआ होने की पुष्टि की है।
गैथा गांव निवासी सचिव शुक्रवार रात को गैथा-महेशपुर मार्ग से होकर निमंत्रण में जा रहे थे। उन्होंने बताया कि रास्ते में तेंदुआ देखकर वह डर गए और वापस गांव पहुंचे। ग्रामीणों और प्रधान जितेंद्र सिंह को इसकी जानकारी दी। इसके बाद प्रधान ने वन विभाग को सूचना दी। मिश्रिख रेंज की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने ग्रामीणों के साथ खेतों में कॉम्बिंग की। मौके पर तेंदुए के पगचिह्न मिले। वन दरोगा ऋषभ सिंह ने ग्रामीणों को जंगल और खेतों की ओर अकेले न जाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि जांच में पगचिह्न तेंदुए के ही हैं।
रघुनाथपुर तेंदुवा के आसपास लगातार तेंदुए की चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीण निर्मल सिंह, रविंद्र सिंह, हिमालय सिंह, आकाश सिंह, भूपेंद्र सिंह, उमा सिंह, गायारी, बुद्धा आदि ने बताया कि शनिवार सुबह करीब चार बजे गायारी के बाग में तेंदुआ देखा गया। ग्रामीणों के शोर मचाने पर वहां तमाम ग्रामीण एकत्रित हो गए। इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। वन दरोगा अनिल यादव ने जांच पड़ताल की। उन्होंने तेंदुआ की पुष्टि करते हुए ग्रामीणों को सतर्क किया।
भाऊपुर के पास दिखा बाघ
कल्ली चौराहा (सीतापुर)। ग्राम पंचायत भाऊपुर के प्रधान प्रतिनिधि मदन ने बताया कि गांव की महिला चंद्र कुमारी शनिवार सुबह गांव के पूरब पवन कश्यप के समर के पास घास काटने गई थीं। इसी दौरान कुछ दूरी पर एक खेत में बाघ दिखाई पड़ा। चंद्रकुमारी के शोर मचाने पर आसपास काम कर रहे ग्रामीण भी होहल्ला करने लगे। शोर सुनकर गांव के अनूप, बिरजू, रामसहाय, संजय, अनुराग, कृष्णपाल, अजय, रामविलास, नीरज अमन, दीपक, राम सहाय आदि वहां पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि शोर सुनकर बाघ खेतों में चला गया। सूचना वन विभाग को दिए जाने पर पहुंचे वन दरोगा अनिल यादव ने पगचिह्नों की जांच की। उन्होंने बताया कि पगचिह्न भेड़िये के लग रहे हैं। फिलहाल ग्रामीणों को सतर्क किया गया है।

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गैथा गांव निवासी सचिव शुक्रवार रात को गैथा-महेशपुर मार्ग से होकर निमंत्रण में जा रहे थे। उन्होंने बताया कि रास्ते में तेंदुआ देखकर वह डर गए और वापस गांव पहुंचे। ग्रामीणों और प्रधान जितेंद्र सिंह को इसकी जानकारी दी। इसके बाद प्रधान ने वन विभाग को सूचना दी। मिश्रिख रेंज की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने ग्रामीणों के साथ खेतों में कॉम्बिंग की। मौके पर तेंदुए के पगचिह्न मिले। वन दरोगा ऋषभ सिंह ने ग्रामीणों को जंगल और खेतों की ओर अकेले न जाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि जांच में पगचिह्न तेंदुए के ही हैं।
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रघुनाथपुर तेंदुवा के आसपास लगातार तेंदुए की चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीण निर्मल सिंह, रविंद्र सिंह, हिमालय सिंह, आकाश सिंह, भूपेंद्र सिंह, उमा सिंह, गायारी, बुद्धा आदि ने बताया कि शनिवार सुबह करीब चार बजे गायारी के बाग में तेंदुआ देखा गया। ग्रामीणों के शोर मचाने पर वहां तमाम ग्रामीण एकत्रित हो गए। इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। वन दरोगा अनिल यादव ने जांच पड़ताल की। उन्होंने तेंदुआ की पुष्टि करते हुए ग्रामीणों को सतर्क किया।
भाऊपुर के पास दिखा बाघ
कल्ली चौराहा (सीतापुर)। ग्राम पंचायत भाऊपुर के प्रधान प्रतिनिधि मदन ने बताया कि गांव की महिला चंद्र कुमारी शनिवार सुबह गांव के पूरब पवन कश्यप के समर के पास घास काटने गई थीं। इसी दौरान कुछ दूरी पर एक खेत में बाघ दिखाई पड़ा। चंद्रकुमारी के शोर मचाने पर आसपास काम कर रहे ग्रामीण भी होहल्ला करने लगे। शोर सुनकर गांव के अनूप, बिरजू, रामसहाय, संजय, अनुराग, कृष्णपाल, अजय, रामविलास, नीरज अमन, दीपक, राम सहाय आदि वहां पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि शोर सुनकर बाघ खेतों में चला गया। सूचना वन विभाग को दिए जाने पर पहुंचे वन दरोगा अनिल यादव ने पगचिह्नों की जांच की। उन्होंने बताया कि पगचिह्न भेड़िये के लग रहे हैं। फिलहाल ग्रामीणों को सतर्क किया गया है।