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Sultanpur News: रेलवे क्रॉसिंग पर दो घंटे का ब्लॉक, गलियां जाम, रास्ता खोजते रहे लोग
संवाद न्यूज एजेंसी, सुल्तानपुर
Updated Thu, 20 Nov 2025 12:13 AM IST
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चांदा-पट्टी रेलवे क्रॉसिंग के पास खड़े वाहन।
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चांदा। लखनऊ-वाराणसी रेलमार्ग की चांदा-पट्टी क्रॉसिंग पर बुधवार को दो घंटे का मेगा ब्लॉक रहने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। दो पहिया व छोटे वाहन पांच किमी घूमने के बजाय नजदीक के गांवों के संकरे रास्ते से निकलने लगे, जिससे गलियां जाम हो गईं।
इस दौरान एक एंबुलेंस भी आधे घंटे फंसी रही, स्कूली बच्चे दो किमी की पैदल यात्रा कर घर पहुंचे। करीब 25 हजार की आबादी परेशान रही। हालांकि रेलवे ने 10.30 घंटे ब्लॉक की जानकारी दी थी, लेकिन दो घंटे में ही ट्रैक मरम्मत का काम पूरा कर लिया।
बुधवार को दूसरे दिन रेलवे ने चांदा-पट्टी मार्ग पर स्थित 47/एसपीएल रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रैक की मरम्मत के लिए दोपहर 12.30 से 2.30 बजे बजे तक मेगा ब्लॉक लिया। अप लाइन पर बचे हुए कार्य को ट्रैकमैनों ने पूरा किया। इस दौरान चांदा से पट्टी प्रतापगढ़ जाने वाले मार्ग पर पहुंचे लोगों को क्रॉसिंग बंद होने से लंबा इंतजार करना पड़ा। क्रॉसिंग के दोनों तरफ वाहनों का लंबा जाम लगा रहा। तभी पीछे खड़े वाहनों में एक-एक करके कोइरीपुर-रामगंज मार्ग पर स्थित एलसी 41/सी रेलवे क्रॉसिंग से आवागमन करना जरूरी समझा।
दोपहर ढाई बजे के बाद आवागमन बहाल होने पर लोगों ने राहत की सांस ली। रेलपथ के सीनियर सेक्शन इंजीनियर लहरू बड़ाइक ने बताया कि बुधवार को भी 10.30 घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया था। हालांकि, मंगलवार को अधिकांश काम पूरा हो गया था। इस वजह से सिर्फ दो घंटे का ही ब्लॉक लेना पड़ा।
बड़ी गाड़ियों को करना पड़ा दो घंटे का इंतजार
चांदा-पट्टी क्रॉसिंग बंद होने से स्कूली बस, ट्रक, एंबुलेंस समेत कई छोटी-बड़ी गाड़ियों को दो घंटे का इंतजार करना पड़ा। कुछ लोग ज्यादा समय होने से पैदल ही निकल पड़े। कुछ छोटी गाड़ियां देर होने की वजह से कोइरीपुर-रामगंज मार्ग से पट्टी के लिए निकलना उचित समझा। लोगों ने समझदारी दिखाते हुए किसी तरह एंबुलेंस को जाम से निकाला और वैकल्पिक मार्ग से भेजा।
लाेगों ने झेलीं दुश्वारियां
सैफाबाद निवासी विनोद ने बताया कि उन्हें क्रॉसिंग पर काम होने की जानकारी नहीं थी। कादीपुर एक तिलक समारोह में जाना था, काफी देर इंतजार किया, उसके बाद रामगंज-कोइरीपुर के रास्ते से निकले। नंदलाल वर्मा अपनी मोटरसाइकिल लेकर रेलवे क्रॉसिंग से एकदम करीब आ गए थे।
उन्हें क्रॉसिंग पार करके महज 500 मीटर आगे जाना था। पीछे वाहनों की लंबी कतार होने की वजह से वे पीछे भी नहीं जा सके। मजबूरी में उन्हें दो घंटे तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। इसी तरह कई अन्य वाहन चालकों को भी जाम के चलते परेशानी झेलनी पड़ी।
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इस दौरान एक एंबुलेंस भी आधे घंटे फंसी रही, स्कूली बच्चे दो किमी की पैदल यात्रा कर घर पहुंचे। करीब 25 हजार की आबादी परेशान रही। हालांकि रेलवे ने 10.30 घंटे ब्लॉक की जानकारी दी थी, लेकिन दो घंटे में ही ट्रैक मरम्मत का काम पूरा कर लिया।
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बुधवार को दूसरे दिन रेलवे ने चांदा-पट्टी मार्ग पर स्थित 47/एसपीएल रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रैक की मरम्मत के लिए दोपहर 12.30 से 2.30 बजे बजे तक मेगा ब्लॉक लिया। अप लाइन पर बचे हुए कार्य को ट्रैकमैनों ने पूरा किया। इस दौरान चांदा से पट्टी प्रतापगढ़ जाने वाले मार्ग पर पहुंचे लोगों को क्रॉसिंग बंद होने से लंबा इंतजार करना पड़ा। क्रॉसिंग के दोनों तरफ वाहनों का लंबा जाम लगा रहा। तभी पीछे खड़े वाहनों में एक-एक करके कोइरीपुर-रामगंज मार्ग पर स्थित एलसी 41/सी रेलवे क्रॉसिंग से आवागमन करना जरूरी समझा।
दोपहर ढाई बजे के बाद आवागमन बहाल होने पर लोगों ने राहत की सांस ली। रेलपथ के सीनियर सेक्शन इंजीनियर लहरू बड़ाइक ने बताया कि बुधवार को भी 10.30 घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया था। हालांकि, मंगलवार को अधिकांश काम पूरा हो गया था। इस वजह से सिर्फ दो घंटे का ही ब्लॉक लेना पड़ा।
बड़ी गाड़ियों को करना पड़ा दो घंटे का इंतजार
चांदा-पट्टी क्रॉसिंग बंद होने से स्कूली बस, ट्रक, एंबुलेंस समेत कई छोटी-बड़ी गाड़ियों को दो घंटे का इंतजार करना पड़ा। कुछ लोग ज्यादा समय होने से पैदल ही निकल पड़े। कुछ छोटी गाड़ियां देर होने की वजह से कोइरीपुर-रामगंज मार्ग से पट्टी के लिए निकलना उचित समझा। लोगों ने समझदारी दिखाते हुए किसी तरह एंबुलेंस को जाम से निकाला और वैकल्पिक मार्ग से भेजा।
लाेगों ने झेलीं दुश्वारियां
सैफाबाद निवासी विनोद ने बताया कि उन्हें क्रॉसिंग पर काम होने की जानकारी नहीं थी। कादीपुर एक तिलक समारोह में जाना था, काफी देर इंतजार किया, उसके बाद रामगंज-कोइरीपुर के रास्ते से निकले। नंदलाल वर्मा अपनी मोटरसाइकिल लेकर रेलवे क्रॉसिंग से एकदम करीब आ गए थे।
उन्हें क्रॉसिंग पार करके महज 500 मीटर आगे जाना था। पीछे वाहनों की लंबी कतार होने की वजह से वे पीछे भी नहीं जा सके। मजबूरी में उन्हें दो घंटे तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। इसी तरह कई अन्य वाहन चालकों को भी जाम के चलते परेशानी झेलनी पड़ी।