भैरव अष्टमी: कालभैरव ने एक घंटे दिए बाल रूप में दर्शन, सवा लाख बत्तियों से हुई आरती; जुटे भक्त
Bhairav Ashtami 2025: काशी में बाबा को नवीन त्रिशूल, दंड और मुखौटा धारण कराने के साथ सवा लाख बत्तियों से उनकी महाआरती हुई। बटुक भैरव में रुद्राक्ष और अन्नकूट शृंगार हुआ। कुछ मंदिरों में भक्तों ने केक काटकर बाबा को भोग लगाए। भैरव प्रदक्षिणा यात्रा निकाली गई।
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Varanasi News: मार्गशीर्ष मास की कृष्णपक्ष की अष्टमी यानी भैरव अष्टमी पर बुधवार को बाबा कालभैरव का प्राकट्योत्सव मनाया गया। भैरव मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए भीड़ रही। साल में भैरव अष्टमी के दिन ही बाबा कालभैरव भक्तों को एक घंटे तक बालरूप में दर्शन देते हैं।
भैरव अष्टमी पर बाबा कालभैरव मंदिर में पं. शिव प्रसाद पांडेय के आचार्यत्व में अभिनाश पांडेय सूट्टू महाराज और कल्लू महाराज ने पंचामृत स्नान कराया। सिंदूर लेपन कर नूतन वस्त्र, नया मुखौटा, त्रिशूल, दंड, आभूषण से शृंगार हुआ। मंगला आरती के साथ बाबा के दर्शन शुरू हो गए। कोलकाता के फूलों से मंदिर परिसर सजाया गया था। रात में बाबा का प्राकट्योत्सव मनाया गया।
पं. शिव प्रसाद पांडेय ने बालरूप शृंगार कर महाआरती की। रात 12 से एक बजे तक भक्तों ने बाबा के बालरूप के दर्शन किए। कमच्छा स्थित बाबा बटुक भैरव का रुद्राक्ष से शृंगार हुआ। तांत्रिक विधि से चल रहे अखंड संकीर्तन की पूर्णाहुति हुई। मंदिर के महंत भाष्कारपुरी और राकेशपुरी ने बाबा पंचामृत स्नान करवाकर रुद्राक्ष व अन्नकूट शृंगार किया। बाबा को रात में पंचमकार का भोग लगा। केक काटा गया।
बाबा के लगे जयकारे
बड़ी पियरी स्थित प्राचीन बाबा कालभैरव मंदिर में तीन दिवसीय कालभैरव महोत्सव के दूसरे दिन महंत राजेश्वरानंद सरस्वती के आचार्यत्व में अभिषेक और पूजन हुआ। श्री बाबा काल भैरव जी सेवा समिति के बैनर तले लक्ष्मी घाट धौसाबाद में कालभैरव बाबा का शृंगार हुआ। संयोजन सुजीत गुप्ता में नौ कन्याओं और एक बटुक ब्राह्मण के चरण पखारे गए। उन्हें भोजन व वस्त्र प्रदान किए गए। राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने भी दर्शन किए। आसभैरव, दंडपाणि भैरव आदि भैरव मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की भीड़ रही।
लाटभैरव की निकाली प्रदक्षिणा यात्रा, नगर वधुओं ने किया नृत्य
श्रीलाट भैरव काशी यात्रा मंडल की ओर से भैरव प्रदक्षिणा यात्रा निकाली गई। श्री बाबा काल भैरव जी सेवा समिति के बैनर तले कज्जाकपुरा स्थित बाबा कपाल भैरव मंदिर में भक्तों ने पंचाक्षरी मंत्र जप करते हुए गाय के दुग्ध, घी, शहद, इत्र, पंचामृत, गुलाब जल, काशी के विभिन्न तीर्थों के जल आदि से विधिवत स्नान कराया।
नवीन वस्त्राभूषण से अलंकृत किया गया। भक्तों ने भैरवाष्टकम का पाठ कर स्तुतिगान किया। अन्नकूट शृंगार और बाबा के बाल स्वरूप के भक्तों ने दर्शन किए। कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बाबा की महिमा गान किया। संगीतमय सुंदरकांड का पाठ भी हुआ।
वहीं, पास के रामबाग में नगर वधुओं ने बाबा के चरणों में हाजिरी लगाई। बाबा के दर्शन के लिए विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, समिति के अध्यक्ष रोहित जायसवाल, उपाध्यक्ष बसंत सिंह राठौर, छोटेलाल जायसवाल, मुन्ना लाल यादव, छोटन केशरी, शिवम अग्रहरि, विक्रम सिंह राठौर आदि शामिल रहे।