BHU: 105वां दीक्षांत 12 दिसंबर को, 14 हजार को मिलेंगी उपाधियां; तैयारियों के लिए बनाईं 11 उप समितियां
दीक्षांत समारोह में सबसे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र और छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद मुख्य परिसर के छात्र और छात्राओं को पदक मिलेंगे। फिर बारी-बारी से संस्थान, संकाय और महाविद्यालय के स्तर पर उपाधियों का वितरण किया जाएगा।

विस्तार
Varanasi News: बीएचयू ने 2024-25 सत्र के दीक्षांत समारोह की घोषणा कर तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहां की एडमिशन कमेटी अभी भी 2025-26 सत्र में दाखिला ही ले रही है। यह सितंबर भर चलने की उम्मीद है। बीएचयू का 105वां दीक्षांत समारोह 12 दिसंबर को मनाया जाएगा।

दीक्षांत भाषण से लेकर उपाधियां वितरण का काम स्वतंत्रता भवन में किया जाएगा। सफल आयोजन के लिए 11 उप-समितियों का गठन कर दिया गया है। दीक्षांत में 2024-25 में स्नातक, परास्नातक और पीएचडी के 14 हजार विद्यार्थियों को मेडल और डिग्रियां मिलेंगी।
तैयारियां तेज
बीएचयू में बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) और बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (बीपीए) कोर्स में दाखिले के लिए सीटों का आवंटन शुरू हो चुका है। रविवार रात 11.59 बजे तक फीस जमा करने का लिंक सक्रिय रहेगा। इसके बाद फीस जमा नहीं होगी। सेंट्रल एडमिशन कमेटी की ओर से सूचित किया गया है कि प्रवेश पोर्टल डैशबोर्ड पर उन्हें ध्यानपूर्वक देखें। एडमिशन पाने के बाद फीस जमा कर दें।
तबला, गायन और वाद्य यंत्रों से स्नातक में प्रवेश का मौका : बाकी विषयों के लिए बीएचयू के यूजी के पहले स्पॉट राउंड में मेरिट में आए अभ्यर्थियों का प्रवेश शनिवार को बंद हो गया। रात 12 बजे तक फीस जमा की गई। अब यूजी स्पॉट राउंड 2 की प्रक्रिया शुरू होगी।
दोनों कोर्स के लिए एनटीए के बाद बीएचयू की ओर से प्रैक्टिकल परीक्षा भी कराई गई। दोनों स्कोर को जोड़कर मेरिट जारी की गई है। बीपीए में संगीत एवं मंच कला संकाय में गायन, वाद्य यंत्र, तबला समेत सभी वाद्य यंत्रों से स्नातक में दाखिले होंगे। वहीं बीएफए में दृश्य कला संकाय में प्रवेश मिलेगा। इसमें पेंटिंग, चित्रकारी, वस्त्र डिजाइन आदि से स्नातक में दाखिला लिया जा रहा है।
सेना का समर्पण, अनुशासन और दिनचर्या छात्रों को दिखाया
बीएचयू में सेना का जीवन थीम से वाणिज्य संकाय के इंडक्शन प्रोग्राम हुआ। शनिवार को संकाय में 14 पंजाब रेजिमेंट, अधिकारी 89 यूपी बटालियन के कर्नल एके सिंह ने सेना में कॅरिअर के बारे में बताया। पात्रता, मानदंड, चयन प्रक्रिया, योग्यता, परीक्षाएं, प्रशिक्षण और महिलाओं के लिए विशेष प्रवेश योजनाओं की जानकारी दी। 20 मिनट का वीडियो मैसेज दिखाया गया। इसमें सेना का अनुशासन, दिनचर्या और समर्पण दिखी।
समापन प्रश्नोत्तर के साथ हुआ। डॉ. एसके सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य कार्ड बनाने की प्रक्रिया, विश्वविद्यालय स्वास्थ्य सुविधाओं का उपयोग और समय पर स्वास्थ्य परीक्षण की जरूरत है। तीसरे सत्र में एंटी-रैगिंग समिति के सदस्य प्रो. ललित मोहन अग्रवाल ने रैंगिंग बंद करो और मदद करना शुरू करो की बात कही। प्रो. बीसी कापड़ी ने कहा कि मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी जीवनशैली संबंधी बीमारियां बढ़ रहीं हैं।