भरोसेमंद ने ही दिया दगा: वाराणसी में सराफा कारोबारी का 50 लाख ले भागे कर्मचारी, बैंक में जमा कराने निकले थे
वाराणसी के लक्ष्मीकुंड निवासी नरसिंह अग्रवाल का मलदहिया स्थित एक होटल के पास उनका शोरूम है। पिछले कई वर्षों से उनके यहां काम करने वाले दो कर्मचारी 50 लाख रुपये लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने शनिवार को मुकदमा दर्ज कराया है।

विस्तार
बैंक में 50 लाख रुपये जमा कराने निकले सराफा कारोबारी के दो कर्मचारी भाग निकले। कर्मचारी लंबे समय से काम कर रहे थे। तहरीर के आधार पर वाराणसी के सिगरा थाने की पुलिस ने कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस की जांच में सराफा कारोबारी का स्कूटर और कर्मचारियों का मोबाइल फोन बरामद हुआ है। दोनों मोबाइल व स्कूटर कमरे पर छोड़कर भागे हैं। पुलिस अब सीसी कैमरे की मदद से जांच कर रही है।

लक्सा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीकुंड निवासी नरसिंह अग्रवाल का सराफा का थोक व्यवसाय है। मलदहिया स्थित एक होटल के पास उनका शोरूम है। नरसिंह अग्रवाल के अनुसार उन्होंने सिगरा थाना क्षेत्र के शिवपुरवा इलाके में किराये के मकान में रहने वाले हर्ष सोनी और दीपक झा को कर्मचारी के तौर पर रखा था।
मोबाइल का सिम तोड़कर फेंक दिया
हर्ष सोनी पिछले चार वर्ष से और दीपक झा पिछले छह माह से काम कर रहा था। शुक्रवार की दोपहर साढ़े बारह बजे दीपक और हर्ष सोनी को सोना बिक्री का 50 लाख रुपये नकद देकर सिगरा अरिहंत कॉम्प्लेक्स स्थित एक बैंक में जमा कराने के लिए भेजा था। लेकिन दोनों बैंक नहीं पहुंचे। शोरूम पर भी नहीं आए। कुछ देर बाद दोनों का मोबाइल फोन बंद मिला।
परेशान होकर अपने बेटे के साथ दोनों के कमरे पर पहुंचा तो एक लड़का मिला। उससे पूछताछ की तो पता चला कि दोनों आए थे और स्कूटी की चाबी, अपना मोबाइल देकर लौट गए। दोनों एक बैग भी लिए हुए थे। लड़के ने बताया कि दोनों ने अपने मोबाइल का सिम तोड़कर फेंक दिया है।
छह माह पूर्व दीपक को लेकर आया था हर्ष
सराफा कारोबारी नरसिंह अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि हर्ष सोनी पिछले चार वर्ष से दुकान पर काम करता था। छह महीने पहले ही हर्ष ही दीपक को काम पर लाया था। दीपक सैकड़ों बार बैंक में पैसा जमा कर चुका है। पैसा निकालकर लाता भी था। जब से दुकान खुली है, तब से वह काम पर था। उस पर पूरा विश्वास जमा हुआ था।
बिहार के रहने वाले हैं दोनों आरोपी
बिहार के हाजीपुर का रहने वाला हर्ष सोनी और बिहार के मधुबनी निवासी दीपक झा दोनों लंबे समय से सिगरा क्षेत्र में ही रहते हैं। हर्ष की पढ़ाई भी वाराणसी से ही हुई है। उसके पिता की मौत हो चुकी है। गांव में उसकी मां रहती हैं। दोनों का आधार कार्ड समेत अन्य आईडी लेकर नौकरी पर रखा था। इससे पहले सिगरा थाने की पुलिस सीमा विवाद में भी उलझी रही।
सिगरा इंस्पेक्टर राजू सिंह ने कहा कि दोनों की गिरफ्तारी को लेकर टीमें गठित की गई हैं। सिटी कमांड सेंटर से सीसी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। मोबाइल का सीडीआर भी खंगाला जा रहा है कि पूर्व में किससे-किससे उनकी बातें हुई हैं।
पहले भी हो चुकी घटना
26 सितंबर को चौक थाना क्षेत्र के सराफा मंडी ठठेरी बाजार से 35 लाख का 752 ग्राम सोना लेकर कर्मचारी फरार हो गया था। हालांकि कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी कर्मचारी अनिल को गिरफ्तार कर लिया था और 750 ग्राम सोना भी बरामद किया था। महमूरगंज स्थित बिरदोपुर निवासी पीयूष जैन ने 27 सितंबर 2022 को मुकदमा दर्ज कराया था।