Exclusive: वाराणसी में रिंग रोड किनारे लग सकेंगे कल-कारखाने, किसी भी तरह का होगा निर्माण
वाराणसी में रिंग रोड किनारे की जमीनें मास्टर प्लान में मिश्रित घोषित होंगी। वीडीए के प्रस्ताव पर एक भी आपत्ति नहीं आई है।

विस्तार
कल-कारखानों के लिए जद्दोजहद कर रहे बदलते बनारस में रिंग रोड किनारे औद्योगिक गतिविधियां की जा सकेंगी। विकास प्राधिकरण के मास्टर प्लान में रिंग रोड किनारे की जमीन को मिश्रित भूमि के रूप में दर्ज किया जा रहा है। इसमें औद्योगिक क्षेत्र के साथ ही व्यावसायिक और आवासीय उपयोग के लिए भी जमीनों का चिन्हांकन किया गया है।

इसके साथ ही ड्राफ्ट मास्टर प्लान पर आई आपत्तियों की सुनवाई के बाद उसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें शहर में कई जगहों पर भू उपयोग में बदलाव की उम्मीद है। उम्मीद है कि अगस्त महीने तक मास्टर प्लान जारी कर दिया जाएगा। दरअसल, रिंग रोड का निर्माण पूरा होने के बाद दोनों किनारों पर स्थित जमीनों पर औद्योगिक इकाइयां लगाई जा सकेंगी।
इसके लिए विकास प्राधिकरण मास्टर प्लान में जमीनों के चिन्हांकन के साथ भू उपयोग दर्ज कर रहा है। संदहा से राजातालाब के बीच करीब 30 किमी क्षेत्र में अलग-अलग इलाकों में औद्योगिक, व्यावसायिक और आवासीय सहित अन्य उपयोग के लिए क्षेत्र को दर्ज किया जा रहा है।
कारण, इस परिक्षेत्र को विकास प्राधिकरण के ड्राफ्ट मास्टर प्लान में मिश्रित जमीन के लिए प्रस्तावित किया है। इस पर एक भी आपत्ति नहीं आने के बाद अब वीडीए का प्रस्ताव मास्टर प्लान में दर्ज किया जा रहा है। इसके अलावा शहर में प्रस्तावित कई स्थानों पर भू उपयोग सहित अन्य विषयों पर आई आपत्तियों का निपटारा किया जा रहा है।
एयरपोर्ट के पास बहुमंजिला आवासीय योजना की तैयारी
विकास प्राधिकरण बाबतपुर एयरपोर्ट के पास बहुमंजिला आवासीय योजना लाने की तैयारी में है। इसके लिए एयरपोर्ट के पास एक जमीन भी चिह्नित की है और इसके लिए संभावनाएं तलाशी जा रही है। इसके साथ रिंग रोड और आजमगढ़ रोड पर भी आवासीय योजना के लिए वीडीए सर्वे कर रहा है।
वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने मास्टर प्लान में रिंग रोड के किनारे औद्योगिक, व्यावसायिक और आवासीय भू उपयोग का प्रस्ताव दिया गया है, इस पर एक भी आपत्ति नहीं है। ऐसे में अब मिश्रित उपयोग के रूप में इसे मास्टर प्लान में दर्ज किया जा रहा है। वीडीए भी अपनी बहुमंजिला आवासीय योजना के लिए जमीनों के चिन्हांकन में जुटा है।