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वाराणसी: पितृपक्ष की चतुर्थी पर पितरों को अर्पित की जलांजलि, गंगा तट पर भी श्राद्ध-तर्पण के अनुष्ठान हुए संपन्न
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: गीतार्जुन गौतम
Updated Sun, 06 Sep 2020 04:05 PM IST
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गंगा तट पर पिंडदान करते लोग।
- फोटो : अमर उजाला

पितृपक्ष की चतुर्थी पर पितरों को श्रद्धा की जलांजलि निवेदित की गई। पिशाचमोचन कुंड पर जहां त्रिपिंडी श्राद्ध किया, वहीं गंगा के तट पर भी श्राद्ध-तर्पण के अनुष्ठान संपन्न हुए।
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शनिवार को विप्र समाज ने धर्मार्थ कार्य मंत्री को साधुवाद दिया। शनिवार को पितृपक्ष की चतुर्थी पर श्राद्ध-तर्पण संपन्न हुआ।
कोरोना काल में लॉकडाउन व अन्य प्रतिबंधों से श्राद्ध पर असर पड़ रह था कि अनेक ब्राह्मण संगठनों व तीर्थपुरोहितों ने धर्मार्थ राज्यमंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी से पितृपक्ष में गंगा तट, पिशाचमोचन कुंड तथा अन्य कुंडों पर त्रिपिंडी इत्यादि श्राद्धकर्म व तर्पण करने और कराने की अनुमति हेतु निवेदन किया था। जिस पर मंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि इस विशेष पक्ष में श्राद्ध इत्यादि कर्मों को करने हेतु इसे प्रतिबंध से मुक्त किया जाए।
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जिलाधिकारी ने सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के प्रयोग के साथ आदेश जारी कर दिया। इस पर विप्र समाज के संयोजक पवन शुक्ला ने मंत्री नीलकंठ तिवारी को साधुवाद दिया। ज्ञात हो कि गया के बाद काशी में गंगा तट व पिशाचमोचन कुंड पर पितृ पक्ष में काफी श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। परंपरा का निर्वहन करने व गृह शांति हेतु भी इसका विधान है।