सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Varanasi News ›   Purvanchal University Dr. Aditya Mani Mishra Suicide Case from long time he was in depression

सुसाइड मामला: लंबे समय से अवसाद में थे डॉ. आदित्य मणि मिश्र, पिता ने बताया बंद रहता था मोबाइल

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जौनपुर Published by: स्‍वाधीन तिवारी Updated Mon, 12 Oct 2020 09:20 PM IST
विज्ञापन
Purvanchal University Dr. Aditya Mani Mishra Suicide Case from long time he was in depression
डॉ. आदित्य मणि मिश्र - फोटो : सोशल मीडिया।
विज्ञापन

जौनपुर के पूविवि के रज्जू भइया संस्थान में तैनात गणित के विभागाध्यक्ष डॉ. आदित्य मणि मिश्र (34) की आत्महत्या के पीछे पारिवारिक विवाद सामने आया है। विवाद के कारण ही वह लगातार अवसाद में थे। पिता ने बताया कि आदित्य ने लंबे समय से अपना मोबाइल भी बंद कर रखा था।

loader
Trending Videos


नंबर तभी ऑन होता था, जब उन्हें किसी से बात करनी होती थी। अवसाद के शिकार डॉ. आदित्य के स्वभाव में भी काफी बदलाव हो गया था। वह हमेशा गुुमशुम रहते थे और अकेलेे में ही रहना पसंद करते थे। सोमवार की देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

विज्ञापन
विज्ञापन

Purvanchal University Dr. Aditya Mani Mishra Suicide Case from long time he was in depression
डॉ. आदित्य मणि की मौत के बाद विलाप करते पिता को ढांढ़स बंधाते लोग। - फोटो : अमर उजाला।

रायबरेली के दरियापुर निवासी डॉ. आदित्य मणि इसी वर्ष जनवरी में रज्जू भइया संस्थान में तैनात हुए थे। रविवार की देर शाम उनका शव विवि परिसर स्थित शिक्षक आवास के सी-ब्लाक के फ्लैट नंबर दो में पंखे से लटकता पाया गया था।

सूचना पाकर देर रात उनके पिता रामखेलावन, भांजा हिमांशु, शुभम और देवता यादव मौके पर पहुंच गए। पिता रामखेलावन ने बताया कि आदित्य का विवाह वर्ष 2005 में कम उम्र में ही कुंडा के फूलमति गांव निवासी मीनाक्षी से कर दिया गया था। वर्ष 2012 में गौना हुआ था। उन्हेें एक तीन वर्ष की पुत्री भी है। स्नातक तक पढ़ी मीनाक्षी घर पर रहती हैं।

पति-पत्नी में अक्सर किसी बात पर विवाद होता रहता था। इस कारण आदित्य घर पर कम फोन करते थे। लंबे समय से खुद पिता की भी उनसे बात नहीं हुई थी। पिता के मुताबिक आदित्य का फोन अक्सर बंद रहता था। वह तभी फोन चालू करते थे, जब उन्हें खुद कहीं बात करना होता था। पिछले कुछ महीनों से स्वभाव में लगातार बदलाव हो रहा था। उनका घर आना-जाना भी कम था।

पिता के बयान के बाद पुलिस ने मामले को आत्महत्या मानते हुए पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव को घर ले जाया गया। पुलिस ने आदित्य का लैपटॉप और मोबाइल भी सील कर जांच के लिए रख लिया है।

एसओ सुधीर कुमार आर्य ने बताया कि जांच के बाद आत्महत्या की बात स्पष्ट हुई। फारेंसिक टीम ने भी रात में छानबीन कर ऐसा ही अंदेशा जताया था। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed