सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Varanasi News ›   UP BJP leader Ram Iqbal request to CM Yogi Adityanath said do not mistake by changing name of district and station

यूपी: भाजपा नेता ने सीएम योगी से की गुजारिश, कहा- जिले का नाम बदलते हुए खानदान बदलने की गलती न करें

अमर उजाला नेटवर्क, बलिया Published by: हरि User Updated Tue, 21 Sep 2021 08:05 PM IST
विज्ञापन
सार

भाजपा कार्यसमिति के सदस्य राम इकबाल ने कहा कि प्रतिहार राजा मिहिरभोज की प्रतिमा पर सम्राट गुर्जर लिखे जाने से पश्चिम के क्षत्रिय वर्ग में काफी नाराजगी है। स्टेशन, जिले का नाम बदलने की गलती को इतिहास माफ नहीं करेगा। 

UP BJP leader Ram Iqbal request to CM Yogi Adityanath said do not mistake by changing name of district and station
भाजपा के पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह - फोटो : अमर उजाला

विस्तार
Follow Us

उत्तर प्रदेश के बलिया के नगरा में मंगलवार को पूर्व विधायक और भाजपा कार्यसमिति के सदस्य राम इकबाल ने कहा कि प्रतिहार राजा मिहिरभोज की प्रतिमा पर सम्राट गुर्जर लिखे जाने से पश्चिम के क्षत्रिय वर्ग में काफी नाराजगी है। मुख्यमंत्री से गुजारिश है कि इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश न करें। स्टेशन, जिले का नाम बदलते-बदलते कुल खानदान बदलने की गलती न करें। ऐसी गलती को इतिहास माफ नहीं करेगा। 

विज्ञापन
loader
Trending Videos


उन्होंने कहा कि मिहिरभोज प्रतिहार वंश के सर्वाधिक शक्तिशाली राजा थे। प्रतिहार वंश की नींव 725 ईस्वी में नागभट्ट प्रथम ने रखी थी। ज्यादातर विद्वान यह मानते हैं कि प्रतिहारों के राजनीतिक शक्ति का उदय राजस्थान के दक्षिण पूर्व गुर्जर प्रदेशों में हुआ था। इसलिए स्थान के नाम पर प्रतिहार के आगे गुर्जर शब्द का प्रयोग किया। प्रतिहारों की उत्पत्ति अग्निकुंड से हुई है। ऋषि वशिष्ठ की यज्ञ वेदी से उत्पन्न चार राजपूत वंशों प्रतिहार, परमार, चौहान, चालुक्य को माना गया है। उन्होंने राजपूतों की नींव रखी थी। इसलिए प्रतिहारों को राजपूत ही माना जाता है। शहर, स्टेशन का नाम बदलना तो समझ में आता है लेकिन प्रतिहार राजा मिहिर भोज की प्रतिमा पर सम्राट गुर्जर लिखवाना समझ से परे है।

विज्ञापन
विज्ञापन

पद निकलते ही भर्ती पर स्टे

राम इकबाल ने विगत दिनों भाजपा सरकार को घेरा था। कहा था कि देश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। बेरोजगारों की उपेक्षा की जा रही है। अधिकारी सरकार को रोजगार का आंकड़ा दिखा देते हैं। पद निकलते ही भर्ती पर स्टे हो जाता है। ये योजना के तहत किया जाता है। जितने पद रिक्त हैं, उस पर सरकार लिखित परीक्षा कराकर क्यों नहीं सीधे ज्वाइन कराकर ट्रेनिंग दे रही है?

सभी नौकरियां ठेके पर एनजीओ को दे दी गई हैं। प्रदेश के ईमानदार मुख्यमंत्री को इधर भी दृष्टि दौड़ानी चाहिए। अधिकारियों के भरोसे 24 करोड़ जनता को नहीं छोड़ना चाहिए। राम इकबाल ने कहा था कि विश्वविद्यालयों में चुनाव नहीं हो रहा है। इसका सीधा असर हुआ कि सरकारें मनमानी और नौजवानों के साथ संवेदनहीन व्यवहार कर रहीं हैं। 

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed