वाराणसी में बहुप्रतीक्षित रिंग रोड परियोजना के पहले चरण का काम मई तक पूरा करा लिया जाएगा। पहले फेज में हरहुआ से संदहा के बीच 16 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाई जा रही है। लगभग 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। मंगलवार को यहां आए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के चेयरमैन दीपक कुमार ने कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण के साथ बैठक कर इसकी समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि रिंग रोड के दूसरे चरण का काम मार्च से शुरू कराया जाएगा। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद हरहुआ से संदहा के बीच जून से वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। पहले चरण का काम पूरा होने के साथ ही एनएच टू से तीन अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग जुड़ जाएंगे।
एनएचएआई चेयरमैन ने बताया कि एनएच टू के कछवा से रिंग रोड शुरू होगी। जो बड़ागांव, हरहुआ, संदहा होते हुए कमौली जाएगी। वहां गंगा पर पुल बनाकर उसे उस पार अलीनगर के पास एनएच टू से जोड़ा जाएगा। कुल 52 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाई जानी है।
पहले फेज में हरहुआ से संदहा के बीच रिंग रोड का निर्माण अंतिम दौर में है। दूसरे चरण में संदहा से अलीनगर के बीच काम शुरू कराया जाएगा। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद रिंग रोड के जरिए एनएच टू से एनएच 29 (गाजीपुर-गोरखपुर), एनएच 56 (बनारस से जौनपुर वाया सुल्तानपुर लखनऊ), एनएच 235 (बनारस से आजमगढ़ वाया अंबेडकनगर से नेपाल बॉर्डर) सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे।
एनएचएआई चेयरमैन ने बताया कि मुआवजे का भुगतान और भूमि अधिग्रहण से संबंधित सभी प्रक्रियाएं फरवरी तक पूरी हो जाएंगी।
एनएच की निर्माणाधीन और प्रस्तावित परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में चेयरमैन ने बताया कि वाराणसी से हनुमना और गाजीपुर से जमानिया-सैदपुर और गाजीपुर-जमानिया-सैयदराजा की खराब सड़कों की मरम्मत का काम दस दिनों के भीतर शुरू करा दिया जाएगा।
साथ ही, वाराणसी सुल्तानपुर, वाराणसी-गाजीपुर, वाराणसी-आजमगढ़ मार्ग के फोरलेन निर्माण में तेजी लाई जाएगी। फोर लेन के लिए भूमि की पैमाइश के बाद जमीन को लेकर कुछ दिक्कतें हैं, जल्द ही इनका समाधान कराकर काम तेज कराया जाएगा।
वाराणसी हनुमना फोरलेन के लिए अधिगृहीत होने वाले भूखंडों का मुआवजा इसी माह जारी करने को कहा। बैठक में मौजूद डीएम वाराणसी योगेश्वर राम मिश्र, डीएम जौनपुर अरविंद मलप्पा, डीएम गाजीपुर के बालाजी के अलावा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि उपलब्ध मुआवजा धनराशि का वितरण अभियान चलाकर किया जाए।
हाई पावर कमेटी सुलझाएगी विवाद
चेयरमैन ने कहा कि जमीन और मुआवजा संबंधी विवादों के समाधान के लिए डीएम की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी बनाई जाएगी। इसमें एनएचएआई के भी अधिकारी होंगे। बताया कि रिंग रोड पर पौधरोपण कराया जाएगा। इसके लिए विभाग की एक टीम इसी सप्ताह यहां आएगी।
वाराणसी में बहुप्रतीक्षित रिंग रोड परियोजना के पहले चरण का काम मई तक पूरा करा लिया जाएगा। पहले फेज में हरहुआ से संदहा के बीच 16 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाई जा रही है। लगभग 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। मंगलवार को यहां आए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के चेयरमैन दीपक कुमार ने कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण के साथ बैठक कर इसकी समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि रिंग रोड के दूसरे चरण का काम मार्च से शुरू कराया जाएगा। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद हरहुआ से संदहा के बीच जून से वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। पहले चरण का काम पूरा होने के साथ ही एनएच टू से तीन अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग जुड़ जाएंगे।
एनएचएआई चेयरमैन ने बताया कि एनएच टू के कछवा से रिंग रोड शुरू होगी। जो बड़ागांव, हरहुआ, संदहा होते हुए कमौली जाएगी। वहां गंगा पर पुल बनाकर उसे उस पार अलीनगर के पास एनएच टू से जोड़ा जाएगा। कुल 52 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाई जानी है।
पहले फेज में हरहुआ से संदहा के बीच रिंग रोड का निर्माण अंतिम दौर में है। दूसरे चरण में संदहा से अलीनगर के बीच काम शुरू कराया जाएगा। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद रिंग रोड के जरिए एनएच टू से एनएच 29 (गाजीपुर-गोरखपुर), एनएच 56 (बनारस से जौनपुर वाया सुल्तानपुर लखनऊ), एनएच 235 (बनारस से आजमगढ़ वाया अंबेडकनगर से नेपाल बॉर्डर) सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे।
एनएचएआई चेयरमैन ने बताया कि मुआवजे का भुगतान और भूमि अधिग्रहण से संबंधित सभी प्रक्रियाएं फरवरी तक पूरी हो जाएंगी।