{"_id":"6948332dfe16611ac30c19af","slug":"there-is-no-permanent-professor-to-explain-mathematical-principles-to-the-students-almora-news-c-232-1-alm1002-137767-2025-12-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Almora News: विद्यार्थियों को गणित के सिद्धांत समझाने वाला कोई स्थायी प्राध्यापक नहीं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Almora News: विद्यार्थियों को गणित के सिद्धांत समझाने वाला कोई स्थायी प्राध्यापक नहीं
संवाद न्यूज एजेंसी, अल्मोड़ा
Updated Sun, 21 Dec 2025 11:19 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना (एसएसजे) परिसर में विद्यार्थियों के पूछे गणित के जटिल सवालों का हल निकालने वाला कोई स्थायी प्राध्यापक तैनात नहीं है। हालात यह हैं कि बीते तीन वर्षों से यहां प्राध्यापकों के स्वीकृत छह पद रिक्त चल रहे हैं। ऐसे में तीन अतिथि शिक्षकों पर विद्यार्थियों की पढ़ाई की जिम्मेदारी है।
एसएसजे परिसर के गणित विभाग में स्थायी प्राध्यापकों के छह रिक्त पद बीते तीन सालों से रिक्त हैं। अनुभवी शिक्षकों के न होने से विद्यार्थियों के लिए गणित के सिद्धांत समझना और जटिल सवालों का हल निकालना चुनौती बन गया है।
वर्तमान में स्नातक के 300 और स्नातकोत्तर के 150 से अधिक छात्र-छात्राएं गणित विषय की पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में अब यहां तैनात तीन अतिथि शिक्षकों पर उनकी पढ़ाई का जिम्मा है। स्थायी प्राध्यापकों की कमी का सीधा असर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। ऐसे भी विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
शोध कार्य हो रहे प्रभावित
- विभाग में स्थायी प्राध्यापक न होने से गणित विषय के शोधार्थियों के शोध कार्यों की गति थम गई है। बगैर स्थायी प्राध्यापक के निर्देशन में शोधार्थी अपना शोध कार्य पूरा नहीं कर सकता है। ऐसे में शोधार्थियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
संकायाध्यक्ष पर है अतिरिक्त भार
- गणित विभाग में स्थायी प्राध्यापक की नियुक्ति न होने से विज्ञान संकायाध्यक्ष पर इस विभाग के विभागाध्यक्ष का अतिरिक्त भार है। ऐसे में विज्ञान के अन्य विभागों में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
गणित विभाग में स्थायी प्राध्यापकों के सभी छह पद तीन वर्ष से रिक्त हैं। विभाग में तीन अतिथि शिक्षक तैनात हैं। जो वर्तमान में गणित विभाग में शिक्षा व्यवस्था को संभाले हुए हैं। रिक्त पदों पर तैनाती के लिए विवि प्रबंधन को सूचित किया गया है।
-प्रो. सुशील कुमार जोशी, विज्ञान संकायाध्यक्ष, एसएसजे परिसर, अल्मोड़ा
Trending Videos
एसएसजे परिसर के गणित विभाग में स्थायी प्राध्यापकों के छह रिक्त पद बीते तीन सालों से रिक्त हैं। अनुभवी शिक्षकों के न होने से विद्यार्थियों के लिए गणित के सिद्धांत समझना और जटिल सवालों का हल निकालना चुनौती बन गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
वर्तमान में स्नातक के 300 और स्नातकोत्तर के 150 से अधिक छात्र-छात्राएं गणित विषय की पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में अब यहां तैनात तीन अतिथि शिक्षकों पर उनकी पढ़ाई का जिम्मा है। स्थायी प्राध्यापकों की कमी का सीधा असर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। ऐसे भी विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
शोध कार्य हो रहे प्रभावित
- विभाग में स्थायी प्राध्यापक न होने से गणित विषय के शोधार्थियों के शोध कार्यों की गति थम गई है। बगैर स्थायी प्राध्यापक के निर्देशन में शोधार्थी अपना शोध कार्य पूरा नहीं कर सकता है। ऐसे में शोधार्थियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
संकायाध्यक्ष पर है अतिरिक्त भार
- गणित विभाग में स्थायी प्राध्यापक की नियुक्ति न होने से विज्ञान संकायाध्यक्ष पर इस विभाग के विभागाध्यक्ष का अतिरिक्त भार है। ऐसे में विज्ञान के अन्य विभागों में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
गणित विभाग में स्थायी प्राध्यापकों के सभी छह पद तीन वर्ष से रिक्त हैं। विभाग में तीन अतिथि शिक्षक तैनात हैं। जो वर्तमान में गणित विभाग में शिक्षा व्यवस्था को संभाले हुए हैं। रिक्त पदों पर तैनाती के लिए विवि प्रबंधन को सूचित किया गया है।
-प्रो. सुशील कुमार जोशी, विज्ञान संकायाध्यक्ष, एसएसजे परिसर, अल्मोड़ा

कमेंट
कमेंट X