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नागराज हुए आजाद: चिंगराज और कोबरा लेकर घूम रहा था सपेरा, वन विभाग की टीम ने कराया मुक्त, जिला अस्पताल चौकी में सांपों का डेरा
कोरबा ब्यूरो
Updated Tue, 12 Aug 2025 11:35 AM IST
कोरबा जिले के वन मंडल में किंग कोबरा सहित विविध प्रकार के सरीसृप पाए जाते हैं। यहां स्नेक रेस्क्यूअर और कुछ एनजीओ वन मंडल के साथ मिलकर सरीसृपों के संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। हाल ही में, क्षेत्र में कुछ सपेरे सांपों को लेकर घूम रहे थे। (आरसीआरएस) के सदस्य उमेश यादव और लोकेश राज चौहान ने तत्कालीन सूचना वन मंडल के एसडीओ सूरया सोनी को दी। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर सांपों को सुरक्षित रूप से उनके प्राकृतिक निवास जंगल में सुरक्षित छोड़ा गया।
बताया जा रहा है कि सपेरे सांप लेकर अलग-अलग इलाकों में लोगों को सांप दिखाकर पैसा ले रहे हैं जहां सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें समझाएं देखकर उनसे सांप लेकर जंगल में छोड़ा। बताया गया कि कोरबा वन मंडल में किंग कोबरा जैसे दुर्लभ सरीसृपों के संरक्षण के लिए वन विभाग और विज्ञान सभा की प्रदेश सहसचिव निधि सिंह सर्पमित्रों की भूमिका महत्वपूर्ण है। इंडियन स्पेक्टेकलड कोबरा, जिसे हिंदी में नाग कहते हैं, जो कि जहरीला सर्प है। इनके काटने पर जितनी जल्दी हो सके चिकित्सालय जानें कि कोशिश करें। दो फॉरेस्टन कैट स्नेक हिंदी में, चिंगराज सर्प कहा जाता है इस सर्प में किसी भी प्रकार का विष नहीं पाया जाता। इसका विष इंसानों पर काम नहीं करता चूहे या चिड़िया को मौत की नींद सुला सकता है। जानकारी के अनुसार, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत सांपों या किसी भी प्रकार के जीव को पकड़कर रखना अपराध है। जनसहयोग और जिम्मेदार संस्थाओं के प्रयासों से दुर्लभ जीवों का संरक्षण संभव है। वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पताल चौकी में पुलिसकर्मी सांप को लेकर डर के साए में जी रहे हैं जिला अस्पताल चौकी परिसर में अलग-अलग प्रजाति के सांप देखें और पे जा रहे हैं कहा करैत,कोबरा और धामन प्रजाति के सांप देखे गए हैं जिसके चलते दिन हो या रात दोनों समय उन्हें सांप को लेकर बना हुआ रहता है। बीती रात पुलिसकर्मी चौकी पर काम कर रहे थे इस दौरान एक बेबी स्नेक पर उनकी नजर पड़ी जो जिला अस्पताल चौकी के टेबल के नीचे फन फैलाया बैठा हुआ था इसकी सूचना स्नैक कैचर जितेंद्र सारथी को दी गई रेस्क्यू सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया। वहीं इससे पहले कई बार खिड़की पर करत सांप लटकता हुआ देखा गया वही चौकी के अंदर कोबरा सांप इससे पहले भी फंन फैलाए टेबल पर था। लगातार सांप निकालने की घटना से जिला अस्पताल चौकी के स्टाफ डरे सहमे हुए है वही किसी घटना के बाद मृतक के परिजन आसपास भी बैठे रहते हैं जिससे कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है।
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