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झज्जर: अपराजिता कार्यक्रम का आयोजन, महिला रोग विशेषज्ञ ने स्वास्थ्य को लेकर किया जागरूक
महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति दलाल ने कहा कि आजकल का कल्चर बन गया है कि कहीं भी कोई वीडियो या रील देखकर हम उस प्रोडक्ट का प्रयाेग खुद पर करने लगते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। यह शरीर और त्वचा के लिए खराब साबित हो सकता है। इसलिए ऐसे प्रोडक्ट का प्रयोग बिना जांच परख के नहीं करना चाहिए।
वह मंगलवार को अमर उजाला की तरफ से कार्यालय में आयोजित अपराजिता कार्यक्रम में आई महिलाओं व युवतियों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि शुष्क व ठंडा मौसम वायु प्रदूषण के साथ मिलकर हमारी चमड़ी के स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा खतरा होता है। जिनकी त्वचा शुष्क होती है, वे इससे अधिक प्रभावित होते हैं। बहुत से रोगी सर्दियों के मौसम से बहुत डरते हैं। सर्दियों के शुरू होते ही उनकी त्वचा में खुजली शुरू हो जाती है। चेहरे और शरीर के खुले भागों पर गहरे लाल धब्बे उभर आते हैं। उन्हें अपनी दिनचर्या में अत्यधिक कठिनाई होती है। कई बार तो काम से भी छुट्टी लेनी पड़ती है।
दिवाली के बाद सर्दियों की शुरुआत के साथ ही उत्तरी भारत में अत्यधिक प्रदूषण बढ़ जाता है। अस्पतालों में ओपीडी विभाग में रोगियों की संख्या में वृद्धि हो जाती है। इस कारण श्वास, कास, त्वचा में खुजली, लाल लाल दाने, काले दाग धब्बे, खुश्क व कठोर त्वचा, बालों का झड़ना, चेहरे पर कील मुहासे और एलर्जिक चकते हो जाते हैं। त्वचा में सोरिएसिस और एक्जिमा जैसे कष्टकारी रोगों की पुनरावृति हो जाती है, इसलिए इस तरफ ध्यान देना जरूरी है।
हमें अपनी त्वचा की बराबर देखभाल करनी चाहिए। इसके लिए त्वचा की सफाई, मॉस्चराईजिंग और त्वचा का पोषण प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचाता है। त्वचा का सफाई के लिए इसे डबल क्लीनजर से प्रतिदिन शाम को साफ करना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे त्वचा से प्रदूषण कणों, सनस्कीन लोशन व मेकअप के लेप हटाए जा सकते हैं और त्वचा के प्राकृतिक तैल की रक्षा की जा सकती है। त्वचा को हानि से बचाने के लिए प्रति ऑक्सीकारक/एंटीऑक्सीडेंट औषधियों का प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए विटामिन सी में आमला, विटामिन ई में घी, तैल, बादाम, काजू, मूंगफली और विटामिन बी, साबुत अन्न, ब्राउन राइस, हरी सब्जियां, हरी मटर, दालें, सोया, मशरूम के सेवन और इनसे निर्मित क्रीम को त्वचा पर सुबह शाम लगाने से त्वचा की रक्षा होती है और बाहरी त्वचा वातावरण और प्रदूषण की मार से बची रहती है। इस अवसर पर समाजसेवी नेहा गुलिया, प्रियंका, सुषमा, अनीता, मनीषा, सुनीता, योगिता, नेहा मौजूद रहीं।
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