{"_id":"68b7e10ad5bd2fed7e06d93c","slug":"himachal-pradesh-1162-2025-09-03","type":"video","status":"publish","title_hn":"Himachal Pradesh: हिमाचल में लगातार जारी बारिश ने मचाई तबाही, 1162 सड़कें बंद","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Himachal Pradesh: हिमाचल में लगातार जारी बारिश ने मचाई तबाही, 1162 सड़कें बंद
Video Published by: पंखुड़ी श्रीवास्तव Updated Wed, 03 Sep 2025 12:02 PM IST
माैसम विभाग के अलर्ट के बीच आपदा प्रभावित हिमाचल प्रदेश में लगातार जारी भारी बारिश तबाही मचा रही है। माैसम के कहर से राज्य में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। सैकड़ों सड़कें बंद हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली-पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। राज्य में बुधवार सुबह 10:00 बजे सात नेशनल हाईवे सहित 1162 सड़कें बंद रहीं। इसके अतिरिक्त 2477 बिजली ट्रांसफार्मर व 720 जल आपूर्ति योजनाएं ठप हैं। कुल्लू जिले में 204, मंडी 282, शिमला 234, सिरमाैर 137, सोलन 92, कांगड़ा 60, लाहाैल-स्पीति 48 व चंबा जिले में 100 से अधिक सड़कें बाधित हैं। शिमला में भी रात से भारी बारिश हो रही है।
सुंदरनगर उपमंडल के जंगमबाग में मंगलवार शाम को अचानक हुए भीषण भूस्खलन ने पूरे इलाके को दहला दिया। चंद सेकंड में पहाड़ी से आए मलबे की जद में दो मकान आ गए और दो परिवारों के सदस्य मलबे में दफन हो गए। इनमें से तीन के शव मंगलवार को बरामद हो गए थे। बुधवार को भी तीन और शव बरामद किए गए हैं। जंगमबाग में हुए भूस्खलन में अब तक कुल 6 लोगों के शव बरामद हुए है। जिसमें पांच भूस्खलन की चपेट में आए थे जबकि एक स्कूटी पर जा रहा व्यक्ति था। एनडीआरएफ की टीम ने घर की छत काटकर दो शवों को निकाला। दोनों की पहचान सुरेंद्र कौर और गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई। इसके अलावा मलबे से एक व्यक्ति का और शव मिला। यह शख्स स्कूटर समेत दबा हुआ था। इसकी पहचान डढ़याल निवासी प्रकाश शर्मा के रूप में हुई। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रात भर से लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है। उधर, एसडीएम सुंदरनगर अमर नेगी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान स्कूटी और एक गाड़ी का भी कुछ हिस्सा मिला है। गाड़ी में सवार व्यक्ति की तलाश अभी जारी है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के जोगिंद्रनगर उपमंडल की नेर घरवासड़ा पंचायत में अचानक भूस्खलन होने से 15 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। आसपास के अन्य मकानों को भी खतरा देखते हुए पुलिस और प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। पंचायत प्रधान रीना ने जानकारी दी कि अब तक एक मवेशी के मलबे में दबने और 15 मकानों को नुकसान पहुंचने की पुष्टि हुई है। वहीं प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम जारी है। एसडीएम जोगिंद्रनगर मनीष चौधरी और तहसीलदार डॉ. मुकुल अनिल शर्मा राहत एवं बचाव कार्य का नेतृत्व कर रहे हैं। नेर गांव के लोग भी खतरे को देखते हुए सुरक्षित स्थानों की ओर शिफ्ट किए जा रहे हैं। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। जोगिंद्रनगर की नेर घरवासड़ा पंचायत के कुंडूनी गांव पर भी भूस्खलन का खतरा मंडरा गया है। प्रशासन ने गांव को खाली करवा दिया है। गांव में जमीन लगातार धंस रही है।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।