सतना जिले में यूरिया खाद की किल्लत ने किसानों को सड़कों पर उतरने पर मजबूर कर दिया है। टोकन न मिलने से नाराज किसानों ने कृषि अभियांत्रिकी विभाग कार्यालय के बाहर मंगलवार को जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हो गए। किसानों का आरोप है कि विभाग द्वारा टोकन खत्म होने की बात कहकर उन्हें लौटा दिया गया। इससे आक्रोशित किसानों ने नागौद मार्ग पर जाम लगा दिया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
किसानों के प्रदर्शन के दौरान प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का काफिला वहां से गुजर रहा था। किसानों ने काफिला रोक लिया और मंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। किसानों ने कहा कि यूरिया की किल्लत से उनकी फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं। इस पर मंत्री ने आश्वासन दिया कि एसडीएम जल्द मौके पर पहुंचेंगे और समस्या का समाधान करेंगे। हालांकि, जाम न हटने पर मंत्री का काफिला यू-टर्न लेकर लौटना पड़ा।
जाम खुलवाने पहुंचे SDM और CSP
स्थिति बिगड़ती देख एसडीएम राहुल सिलड़िया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाया और भरोसा दिलाया कि जल्द ही यूरिया के टोकन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके बाद किसानों ने जाम हटाया और यातायात सामान्य हो सका। हालांकि, तब तक मंत्री प्रतिमा बागरी का काफिला लौट चुका था।
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ये है नाराजगी का कारण
खाद की किल्लत से परेशान किसानों का कहना है कि पहले दुकानों पर यूरिया का स्टॉक ही नहीं मिला और अब टोकन प्रणाली में भी दिक्कतें हो रही हैं। किसानों का कहना है कि खाद की कमी से खरीफ फसलें, खासतौर पर धान और सोयाबीन की पैदावार बुरी तरह प्रभावित होगी। किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही यूरिया की समस्या हल नहीं की गई, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।