राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के राठीखेड़ा गांव में बुधवार शाम उस समय हालात बेकाबू हो गए, जब अनाज आधारित प्रस्तावित एथनॉल फैक्ट्री के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों और पुलिस के बीच सीधी भिड़ंत हो गई। लंबे समय से फैक्ट्री के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का आरोप है कि इस परियोजना से इलाके में भूजल स्तर पर गंभीर असर पड़ेगा, हवा और मिट्टी प्रदूषित होंगे और आसपास की कृषि भूमि को नुकसान पहुंच सकता है। बुधवार को विरोध तेज़ करने के लिए हजारों किसान ट्रैक्टर मार्च निकालते हुए फैक्ट्री साइट पहुंचे।
यहां पहुंचकर प्रदर्शनकारियों ने निर्माणाधीन फैक्ट्री की चारदीवारी को ढहा दिया और वहां खड़ी 16 से अधिक गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। अचानक भड़की हिंसा को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। कई किसानों और पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है, हालांकि संख्या की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। किसानों का कहना है कि प्रशासन ने उनकी बात नहीं सुनी और बिना ग्राम सभा की सहमति के परियोजना को मंजूरी दी गई। दूसरी ओर जिला प्रशासन का दावा है कि फैक्ट्री सभी पर्यावरणीय मानकों के तहत अनुमति प्राप्त कर रही है, और किसानों को भड़काया जा रहा है।घटना के बाद पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इंटरनेट सेवाओं पर भी अस्थायी रोक की खबर सामने आई है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है। राज्य सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि जब तक फैक्ट्री का निर्माण रोका नहीं जाता, उनका आंदोलन और उग्र होता जाएगा।