देश के विभिन्न हिस्सों में 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर और जुलूस को लेकर उपजे विवाद पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इस पूरे प्रकरण को "राजनीतिक या धार्मिक" विवाद न मानते हुए इसे "मजहबी कट्टरपंथियों" द्वारा रची गई एक सोची-समझी साजिश करार दिया है।
एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में विनोद बंसल ने कहा कि पैगंबर मुहम्मद के प्रति प्रेम व्यक्त करने के इस तरीके से देश का कानून और संविधान का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा, "देश के कानून और संविधान की धज्जियां उड़ाकर आप मुहम्मद से मोहब्बत दिखा रहे हैं। मुहम्मद को तो ऐसी मोहब्बत नहीं चाहिए।" बंसल ने आगे कहा कि इस तरह के कृत्यों से समाज में नफरत फैल रही है और हिंसा को बढ़ावा मिल रहा है।
विहिप प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि प्रेम दिलों में होता है, लेकिन इसके नाम पर सड़कों पर उतरकर कानून-व्यवस्था को चुनौती देना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा, "मोहब्बत तो हमारे दिल में है, लेकिन आज जो नफरत फैला रहे हैं, वो डंडे मार रहे हैं, मोहब्बत के नाम पर एफआईआर दे रहे हैं।"
यह विवाद हाल ही में उत्तर प्रदेश के कई शहरों जैसे कानपुर, बरेली, मऊ और सीतापुर के अलावा मध्य प्रदेश के उज्जैन समेत अन्य क्षेत्रों में देखने को मिला है। इन जगहों पर 'आई लव मुहम्मद' लिखे पोस्टर लगाए गए और जुलूस निकाले गए, जिसको लेकर कई बार दो पक्षों में तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हुई।
विशेष रूप से सीतापुर के एक निजी स्कूल का मामला काफी गरमाया, जहां कथित तौर पर हिंदू छात्रों को 'आई लव मुहम्मद' लिखने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना के बाद अभिभावकों और हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध जताया, जिसके परिणामस्वरूप स्कूल प्रबंधक और एक शिक्षिका के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
विनोद बंसल ने इस तरह की घटनाओं को एक गंभीर षड्यंत्र का हिस्सा बताते हुए कहा कि यह देश के सौहार्दपूर्ण वातावरण को बिगाड़ने का एक प्रयास है। उन्होंने प्रशासन से ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।