उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक पद छोड़ने पर सियासी हलचल तेज है. इस बीच जगदीप धनखड़ के करीबी सूत्रों ने साफ किया है कि उन्होंने अपनी सेहत के मद्देनजर ही पद छोड़ा है. उनके मुताबिक वे आज राज्यसभा में भी नहीं जा रहे हैं. वह घर पर ही रहेंगे. इसके साथ ही वह अपने पद छोड़ने के फैसले पर भी पुनर्विचार नहीं कर रहे हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूूर कर लिया है. धनखड़ के करीबी सूत्रों के मुताबिक उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से ही दिया इस्तीफा दिया है. परिवार के लोग चाहते थे कि वह सेहत का ध्यान रखें. नैनीताल में भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. फेयरवेल की कोई बात नहीं है
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद मंगलवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सदन की सुबह की कार्यवाही की अध्यक्षता की. उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं. आमतौर पर धनखड़ दिन की शुरुआत में राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता करते थे.
संविधान में उपराष्ट्रपति का इस्तीफा स्वीकार करने का प्रावधान नहीं है. इस्तीफा देना ही पर्याप्त है. अब वे पूर्व उपराष्ट्रपति हैं.
धनखड़ ने सोमवार शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा कि वह ‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने'के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं. धनखड़ के तीन साल के कार्यकाल में राज्यसभा में विपक्षी दलों के साथ उनकी लगातार तकरार हुई, लेकिन अक्सर विवादास्पद मुद्दों पर उनकी तीखी टिप्पणियों ने सरकार को भी कई बार असहज किया. धनखड़ (74) ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था.
मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने विपक्षी दलों को भी चौंका दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बाद शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने भी अचानक इस्तीफे को बड़े बदलाव की आहट से जोड़ा है। राउत ने दावा किया है कि पर्दे के पीछे बड़ी राजनीति हो रही है। दिल्ली में पर्दे से पीछे ऐसी बातें हो रही हैं, जो जल्दी सामने आएगी। राउत ने कहा है कि उपराष्ट्रपति का इस्तीफा साधारण घटना नहीं है। हेल्थ का जो कारण दिया है, उसे मानने को तैयार नहीं हैं। वह स्वस्थ आदमी हैं, खुशमिजाज हैं। हमारे ओर से मतभेद हो सकते हैं। वह सहजता से मैदान छोड़ने वाले नहीं हैं। संजय राउत ने दावा किया है कि सितंबर में बहुत कुछ हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि धनखड़ पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी को विपक्ष से प्रॉब्लम होती रहती है। सितंबर में जरूर कुछ होगा।
उपराष्ट्रपति इस्तीफे पर विपक्षी
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