भारत ने बुधवार को ईरान से 296 भारतीयों नागरिकों और चार नेपाली नागरिकों को निकाला। इस्राइल-ईरान संघर्ष के बीच भारत ने ऑपरेशन सिंधु के तहत अब तक वहां से 3,154 लोगों को निकाला है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट में कहा, इन नागरिकों को ईरान से एक विशेष विमान से लाया गया। विमान 25 जून शाम 16:30 बजे मशहद से नई दिल्ली पहुंचा। इससे पहले, भारत ने मंगलवार को ईरान और इस्राइल से 1,100 से अधिक नागरिकों को निकाला था। इस्राइल से 594 भारतीयों को वापस लाया गया।
आपको बता दें कि ईरान ने भारत के स्वतंत्रता-प्रेमी नागरिकों, राजनीतिक दलों, संस्थानों और अन्य लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया, जो इजरायल और अमेरिका की ओर से उस पर किए गए सैन्य हमलों के दौरान तेहरान के साथ खड़े रहे। ईरानी दूतावास ने बुधवार को एक बयान में कहा कि वह तेहरान का साथ देने वालों के वास्तविक और अमूल्य समर्थन की सराहना करता है। हालांकि, उसने में भारत सरकार का कोई संदर्भ नहीं दिया। दूतावास ने कहा कि जब ईरानी लोग सैन्य हमले के अधीन थे, तब एकजुटता, समर्थन, सार्वजनिक बयान और शांति-उन्मुख समारोहों में सक्रिय भागीदारी के संदेश हमारे लिए प्रोत्साहन का स्रोत थे।
इससे पहले मंगलवार देर रात ईरान के मशहद से एक और विशेष उड़ान 282 भारतीय नागरिकों को लेकर नई दिल्ली पहुंची थी। सुरक्षित वतन वापसी पर संकटग्रस्त ईरान से निकलने वाले लोगों के चेहरे खिल उठे। किसी ने भगवान का शुक्रिया अदा किया तो किसी ने भारतीय दूतावास की जमकर सराहना की। ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से नई दिल्ली पहुंचे एक भारतीय नागरिक ने दूतावास और भारत सरकार का आभार जताया। उसने कहा कि मैं स्वदेश लौटकर अच्छा महसूस कर रहा हूं। उसने भगवान का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मैं अब यहां हूं। उसने भारतीय दूतावास के अच्छे व्यवहार के लिए भी आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा कि मैं भारत सरकार का भी आभारी हूं, जिसके वजह से हम आज संकटग्रस्त ईरान से अपने देश लौटे हैं।