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शुभांशु शुक्ला ने भारतवासियों को क्या संदेश भेजा?
वीडियो डेस्क अमर उजाला डॉट कॉम Published by: आदर्श Updated Wed, 25 Jun 2025 01:32 PM IST
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भारत के लिए 25 जून 2025 की तारीख इतिहास में दर्ज हो गई है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अमेरिका के कैनेडी स्पेस सेंटर से Axiom-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी। इस मिशन में वे पायलट के तौर पर शामिल हैं और ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हुए हैं।
यह मिशन 1984 में राकेश शर्मा की ऐतिहासिक उड़ान के बाद किसी भारतीय अंतरिक्ष यात्री की पहली अंतरिक्ष यात्रा है। शुभांशु के साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी इस मिशन में शामिल हैं। इस टीम को SpaceX के फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया, जो लगभग 28 घंटे की यात्रा के बाद ISS से जुड़ेगा।
शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के निवासी हैं और भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अंतरिक्ष मिशन के लिए एक साल की कठिन प्रशिक्षण प्रक्रिया पूरी की थी। लॉन्च के बाद शुभांशु का पहला संदेश आया—
“ये सिर्फ मेरी उड़ान नहीं है, मैं 140 करोड़ भारतीयों के सपनों को लेकर जा रहा हूं। ये हमारे देश की स्पेस यात्रा की शुरुआत है।” ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफर है! हम 41 साल बाद एक बार फिर अंतरिक्ष में वापस पहुंच गए हैं। कमाल का सफर था। यह एक अद्भुत सफर है। हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। मेरे कंधों पर मेरे साथ मेरा तिरंगा है, जो मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं। मेरी यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा की शुरुआत नहीं है, बल्कि भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है। मैं चाहता हूं कि आप सभी इस यात्रा का हिस्सा बनें। आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए... आइये, हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद! जय भारत!
Axiom-4 मिशन को पहले कई बार तकनीकी कारणों से टालना पड़ा था, लेकिन अब यह ऐतिहासिक रूप से सफलतापूर्वक लॉन्च हो चुका है। भारत की यह उपलब्धि केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ही नहीं, भावनात्मक और राष्ट्रीय गौरव के स्तर पर भी एक नई ऊंचाई है।
शुभांशु की यह उड़ान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।
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