Hindi News
›
Video
›
India News
›
Subhanshu Shukla Message From Spacecraft: Subhanshu Shukla sent a message, shared his experience
{"_id":"685d04b9d41b0f4548047217","slug":"subhanshu-shukla-message-from-spacecraft-subhanshu-shukla-sent-a-message-shared-his-experience-2025-06-26","type":"video","status":"publish","title_hn":"Subhanshu Shukla Message From Spacecraft: Subhanshu Shukla ने भेजा संदेश, साझा किया अपना अनुभव","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Subhanshu Shukla Message From Spacecraft: Subhanshu Shukla ने भेजा संदेश, साझा किया अपना अनुभव
वीडियो डेस्क अमर उजाला Published by: आकाश शर्मा Updated Thu, 26 Jun 2025 01:58 PM IST
Link Copied
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की ओर कदम बढ़ा रहे शुभांशु शुक्ला ने आसमान से एक और मैसेज भेजा है. अंतरिक्ष की ऐतिहासिक यात्रा के 24 घंटे बाद शुभांशु शुक्ला ने अपने नए संदेश में कहा कि वह अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ वहां बहुत खुश और रोमांचित हैं. वह सफर के दौरान अंतरिक्ष के नजारों का आनंद ले रहे हैं. दरअसल, शुभांशु तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ ड्रैगन के कैप्सूल में सवार हैं, जो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की ओर जा रहा है.
अंतरिक्ष से अपने पहले कॉल में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने बुधवार के प्रक्षेपण के अनुभव को याद किया। उस पल को ताजा करते हुए इस अनुभव को अवर्णनीय बताया। अंतरिक्ष से 'नमस्कार' के साथ अभिवादन करते हुए शुभांशु शुक्ला ने कहा कि उन्हें शून्य गुरुत्वाकर्षण की आदत हो रही है। उन्होंने कहा, 'मैं अभी भी शून्य गुरुत्वाकर्षण की आदत डाल रहा हूं, जैसे कोई बच्चा चलना सीख रहा हो, यह पता लगा रहा हो कि कैसे आगे बढ़ना है और खुद को संभालना कैसे है। मैं वास्तव में हर पल का आनंद ले रहा हूं। शुभांशु शुक्ला ने पृथ्वी की कक्षा में अपने अनुभव को अवास्तविक और मजेदार बताया।
आप को बता दें कि शुभांशु को 2019 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने देश के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों में से एक के रूप में चुना। उन्होंने रूस के यूरी गागरिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में 2019-2021 के बीच कठिन प्रशिक्षण लिया।
शुभांशु शुक्ला ने लखनऊ के अलीगंज स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पढ़ाई की और वर्ष 2001 में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद साल 2003 में उन्हें एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) में चयनित किया गया। ट्रेनिंग के दौरान ही उन्होंने विमानन क्षेत्र में विशेष दक्षता हासिल की और भारतीय वायुसेना में शामिल हो गए।
17 जून 2006 को शुभांशु भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट उड़ाने वाले दल का हिस्सा बने। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपनी मेहनत और कौशल के बल पर वह लगातार आगे बढ़ते गए और साल 2019 में उन्हें विंग कमांडर की रैंक प्राप्त हुई।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।