उत्तर भारत का मौसम इस समय (अक्टूबर) परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, जहाँ धीरे-धीरे गर्मी का प्रभाव कम हो रहा है और ठंड की आहट महसूस होने लगी है। दिन के समय मौसम आमतौर पर शुष्क और धूप वाला रहता है, जिससे हल्की गर्मी का एहसास होता है। वहीं, रातें और सुबह का समय सुहाना होने लगा है और हल्की-हल्की ठंड महसूस हो रही है। कुछ क्षेत्रों में सुबह के समय हल्की धुंध या कुहासा भी देखने को मिल सकता है।पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तापमान में गिरावट जारी है और बर्फीली हवाओं का असर शुरू हो सकता है, जिससे मैदानी इलाकों में भी आने वाले समय में ठंड बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब जैसे मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान फिलहाल, अधिकांश हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक मौसम साफ और शुष्क रहने का अनुमान है और बारिश की कोई बड़ी संभावना नहीं है। जैसे-जैसे दिन बीतेंगे, रात और सुबह की ठंडक बढ़ती जाएगी, जो यह दर्शाती है कि उत्तर भारत धीरे-धीरे सर्दियों की ओर बढ़ रहा है।
उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में वर्तमान में मौसम परिवर्तनशील है, जो मुख्य रूप से मानसून की वापसी और सर्दियों की शुरुआत के बीच का संक्रमण काल है। मैदानी इलाकों जैसे कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के कुछ हिस्सों में दिन के समय अब भी तेज धूप और हल्की गर्मी महसूस हो रही है, जबकि रातें और सुबह का समय धीरे-धीरे ठंडा होने लगा है। इस दौरान, न्यूनतम तापमान में गिरावट आ रही है, जिससे सुबह और देर रात हल्की ठंड का एहसास हो रहा है। अधिकांश क्षेत्रों में आसमान साफ और मौसम शुष्क रहने की संभावना है, यानी अगले कुछ दिनों तक बारिश की कोई विशेष गतिविधि नहीं होगी।
दूसरी ओर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में मैदानी इलाकों की तुलना में ठंड का प्रभाव अधिक है। इन क्षेत्रों में तापमान में तेजी से गिरावट आ सकती है और बर्फीली हवाओं का चलना शुरू हो जाता है। दिन के समय धूप निकलने के बावजूद, यहां की रातें काफी ठंडी हो गई हैं। कुल मिलाकर, उत्तर भारत में आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में अंतर बढ़ेगा और धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में सर्दी का आगमन होगा। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर जैसे क्षेत्रों में तापमान में गिरावट के साथ ही वायु गुणवत्ता (AQI) का स्तर 'खराब' या 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है, जो चिंता का विषय है।