आगर मालवा जिले के कानड़ में 16 नवंबर को चौकीदार की सूचना पर एक व्यक्ति का अधजला शव पुलिस ने बरामद किया था, जिसकी पहचान दो दिन बाद नलखेड़ा के व्यापारी सुबोध पिता मूलचंद रूणवाल (62) के रूप में हुई थी। मामले में एसपी विनोद कुमार सिंह ने अज्ञात आरोपियों की जानकारी देने वाले को 10,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा कर एसडीओपी आगर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की थी।
टीम ने घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य तकनीकी जांच कर मृतक के चालक मनोज और उसके साथी शाहिद को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता में गुरुवार शाम को बताया कि दोनों ने कड़ी पूछताछ के बाद अपराध करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मृतक की कार (कीमत करीब 12 लाख), 5.5 लाख रुपये नगद और करीब 8 लाख के आभूषण बरामद किए हैं।
आरोपी मनोज से मृतक को लेने थे 2 लाख 60 हजार
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक सुबोध को अपने चालक मनोज बैरागी से 2,60,000 लेने थे। आरोपी मनोज ने उससे उसने उधार दिए थे। सुबोध अपने पैसों के लिए विनोद को बार-बार टोक रहा था। विनोद को यह पैसा नहीं लौटाना पड़े इसी लालच में उसने अपने ही मालिक की निर्मम हत्या कर दी।
इस तरह दिया घटना को अंजाम
व्यापारी सुबोध अपने ड्राइवर मनोज के साथ नागेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए गया था। वहां से लौटते समय चालक मनोज ने अपने साथी शाहिद को बुलाया जो रास्ते में उनकी कार में बैठ गया। दोनों ने कार में पेट्रोल डलवाया और एक केन में भी पेट्रोल ले लिया, तब सुबोध कार में सोया हुआ था। इसके बाद उन्होंने कार में ही सुबोध कुमार की चाकू से गले पर वार कर हत्या कर दी और फिर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
व्यापारी सबोध के चार बेटे
घटना के बाद दोनों आरोपी मृतक के घर की चाबी लेकर उसके घर गए और वहां से नगदी और आभूषण चुराकर फरार हो गए थे। मृतक सुबोध की तीन संतानें हैं, जिनमें बेटा विशाल और विवाहित बेटी रानी इंदौर रहती हैं। वहीं, एक बेटी पिंकी अपने ससुराल नीमच रहती है। उसकी पत्नी अक्सर बेटे के पास इंदौर रहती थी और सुबोध अकेला रहता था।