मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय के मुख्य द्वार पर सोमवार को सैकड़ों किसानों ने चक्काजाम कर दिया। वे विभागों में पड़े पेंडिंग कामों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग कर रहे थे। अपनी मांगों को लेकर सैकड़ों किसानों ने भारतीय किसान संघ के बैनर तले कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर जाम लगा दिया। उन्होंने पूरी सड़क पर ट्रैक्टर खड़े कर दिए, जिससे आवागमन बंद हो गया। किसानों का कहना था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं और लिखित में आदेश नहीं मिलते, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
दरअसल, किसान संघ के कार्यकर्ता लंबे समय से अपने जमीनी मामले, नामांतरण की समस्या, बिजली और खाद जैसी समस्याओं को लेकर आवाज उठा रहे थे। लेकिन, समस्याओं का निराकरण नहीं होने से नाराज किसानों ने जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन चक्काजाम कर दिया।
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने कलेक्ट्रेट के सामने की सड़क पर बेतरतीब ढंग से सैकड़ों ट्रैक्टर खड़े कर दिए, जिससे पूरा रास्ता बंद हो गया। किसान अपने साथ खाने-पीने का सामान, ठंड से बचने के लिए रजाई-गद्दे और अलाव जलाने की लकड़ियां भी अपने साथ लाए थे। मौके पर प्रशासनिक और पुलिस विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद थे, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। किसान नेता जगराम यादव ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जातीं, हम अनिश्चितकालीन धरने पर यहीं बैठे रहेंगे। करीब 4 घंटे चले इस प्रदर्शन के दौरान कार्यालय में मौजूद अधिकारी और कर्मचारी बाहर नहीं निकल सके। आखिर में किसानों ने कलेक्टर के आश्वासन के बाद सड़क से हटे और धरना खत्म किया।