बड़वानी जिले के मेणी माता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने गजब कर दिया। बुधवार दोपहर बच्चों ने प्राचार्य साधना पाटीदार और तीन शिक्षकों के खिलाफ विरोध जताते हुए 35 किमी दूर जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च शुरू किया। विद्यार्थियों का कहना था कि वे प्राचार्य की मनमानी और अभद्र व्यवहार से परेशान हैं, उनकी शिकायत कलेक्टर से करना चाहते हैं। सूचना मिलते ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आर.एस. जाधव और तहसीलदार हितेंद्र भावसार मौके पर पहुंचे। उन्हें देखकर विद्यार्थियों ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी शुरू की और प्राचार्य को निलंबित व शिक्षकों को हटाने की मांग करने लगे।
अभद्र भाषा में बात करती हैं प्राचार्य
कक्षा 9वीं के छात्र मनीष बर्डे ने आरोप लगाया कि प्राचार्य साधना पाटीदार विद्यार्थियों से अभद्र भाषा में बात करती हैं। उन्होंने प्रत्येक छात्र से 1250 रुपए फीस के रूप में लिए, लेकिन रसीद नहीं दी। रसीद मांगने पर छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया गया और धमकी दी गई कि नेतागिरी करने पर स्कूल से निकाल दिया जाएगा।
प्राचार्य को हटाने के आदेश पर अड़े छात्र
मेणी माता से निकलने के बाद विद्यार्थी करीब छह किलोमीटर पैदल चल चुके थे। बरुखोदरा गांव में बीईओ और तहसीलदार ने उनसे चर्चा की। इस दौरान विद्यार्थियों के साथ उनके पालक और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी भी मौजूद थे। दोपहर करीब तीन बजे जब छात्र-छात्राएं और पालक बड़वानी की ओर पैदल मार्च कर रहे थे, तब तहसीलदार हितेंद्र भावसार बीच में पहुंचे। उन्होंने छात्रों से जमीन पर बैठकर चर्चा की और समस्याओं को सुना। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन छात्र तत्काल आदेश की मांग करते रहे। देर शाम तक विद्यार्थी सिलावद के पास बरुखोदरा फाटे पर रुके रहे। बीईओ और तहसीलदार उन्हें समझाने की कोशिश करते रहे। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि प्राचार्य को हटाया जाएगा और तीनों शिक्षकों पर भी नियमानुसार कार्रवाई होगी। लेकिन, विद्यार्थी तत्काल आदेश की मांग पर अड़े रहे।
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आदेश जारी होने के बाद माने छात्र
विरोध बढ़ने पर देर शाम बीईओ आर.एस. जाधव ने आदेश जारी कर प्रभारी प्राचार्य साधना पाटीदार को दायित्व से मुक्त किया और उच्च माध्यमिक शिक्षक राजाराम भालसे को नया प्रभारी प्राचार्य नियुक्त किया। इसके बाद ही विद्यार्थियों ने आंदोलन समाप्त किया और लौट गए।