राजधानी दिल्ली में विपक्षी सांसदों से चुनाव आयोग के नहीं मिलने के विरोध में सोमवार शाम मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला जलाकर प्रदर्शन किया। यह विरोध उस घटना के खिलाफ था, जिसमें विपक्षी सांसदों ने वोट चोरी के मुद्दे पर चुनाव आयोग से मिलने की मांग की थी, लेकिन आयोग ने मुलाकात से इनकार कर दिया। इसके बाद सांसदों ने लोकसभा से रैली निकालकर चुनाव आयोग की ओर मार्च किया, जिसे दिल्ली पुलिस ने रोक दिया और कई सांसदों को हिरासत में ले लिया।
प्रदेशभर में इस घटना के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराया। बुरहानपुर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने पुतला जब्त करने की कोशिश की, जिस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच छीना-झपटी और नोकझोंक हो गई। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार लोकतांत्रिक आवाज दबा रही है और चेतावनी दी कि आंदोलन जारी रहेगा।
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वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय रघुवंशी का बयान
अजय रघुवंशी ने कहा, “संविधान देश की जनता को वोट देकर अपनी सरकार चुनने का अधिकार देता है, लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार ने वोट चोरी की है। जब राहुल गांधी ने इस सच्चाई को देश के सामने रखा और सरकार से जवाब मांगा, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके विरोध में हमने मोदी सरकार का पुतला जलाया है और हम राहुल गांधी के साथ खड़े हैं।” युवा कांग्रेस नेता हर्षित ठाकुर ने कहा, “राहुल गांधी ने दिखाया कि भाजपा किस तरह फर्जी वोटिंग के जरिए जीत रही है। हमने नारा दिया ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’। ये लोग संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास नहीं रखते। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक हम गिरफ्तारी देने को तैयार हैं।”