दमोह जिले की पथरिया विधानसभा से बसपा की पूर्व विधायक रामबाई सिंह परिहार ने पथरिया विधायक और राज्य मंत्री लखन पटेल पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि लखन पटेल के मंत्री बनने के बाद से उनके दलालों ने क्षेत्र के सरपंचों और सचिवों का जीना मुश्किल कर दिया है। नगर पंचायत में केवल उनके दलालों के ही बिल लगाए जा रहे हैं, आम लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा। सरपंच और सचिव डर के कारण कुछ नहीं बोलते, लेकिन मुझे किसी का डर नहीं है, मैं खुलकर बोलूंगी। मैं भी विधायक रही हूं, लेकिन ऐसी दुर्भावना कभी किसी के साथ नहीं की।
रामबाई ने आगे कहा कि संभव है जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि गौरव पटेल और भाजपा नेता जमना दादा के भी कुछ जगह बिल लगते हों, लेकिन गरीबों को आवास स्वीकृत नहीं किए जा रहे। नगर पालिका के कर्मचारी, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष मिलकर गरीबों से 50-50 हजार रुपये लेकर सरकारी जमीन पर मकान बनवा रहे हैं, जबकि ये मकान कभी भी गिर सकते हैं। मध्य प्रदेश सरकार गरीबों के लिए कुछ नहीं सोच रही।
उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को 1200 रुपये दिए जा रहे हैं, लेकिन दिव्यांग, बुजुर्ग और विधवा महिलाओं को आज भी सिर्फ 600 रुपये मिल रहे हैं। यह राशि 2018 में कांग्रेस सरकार ने 300 से बढ़ाकर 600 की थी। अगर, कांग्रेस की सरकार होती तो यह राशि अब तक 1000 हो गई होती।
साथ ही, उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे मंत्री और विधायक अपने लिए कई योजनाएं बना रहे हैं। हाल ही में एक प्रस्ताव पारित कर पूर्व विधायकों का वेतन बढ़ाकर 70,000 रुपये कर दिया गया है और संभव है कि एक साल में यह 1 लाख रुपये भी हो जाए। लेकिन गरीबों को कोई लाभ नहीं मिल रहा। लगता है कि सरकार में बैठे लोगों को गरीबों से ज्यादा मदद की जरूरत है। अवैध शराब की बिक्री पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कई जगहों पर महिलाओं के माध्यम से शराब बिकवाई जा रही है। हो सकता है आगे चलकर ये महिलाएं भी शराब पीने लगें, हालांकि अभी ऐसा नहीं है।
ये भी पढ़ें:
मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर-बालाघाट तेज आज बारिश का अलर्ट, भोपाल हल्की की बारिश का अनुमान
बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव में हार के बाद पूर्व विधायक रामबाई निष्क्रिय हो गई थीं, लेकिन अब उन्होंने अचानक अपनी सक्रियता दिखाते हुए दोबारा मोर्चा खोला है। बुधवार दोपहर वे अपने समर्थकों के साथ पथरिया पहुंचीं और अवैध शराब बिक्री, सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे और वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।