दमोह जिले के कुम्हारी थाना क्षेत्र के चील घाट में बुधवार रात मजदूरों को छोड़कर वापस आ रही ट्रैक्टर ट्रॉली ब्यारमा नदी के बहाव में फंस गई और पलट गई। उसमें सवार दो लोगों ने ट्रैक्टर पर चढ़कर पूरी रात काटी वहीं एक युवक जब उन्हें बचाने पहुंचा तो पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। गुरुवार सुबह एसडीआरएफ की बचाव टीम ने दोनों लोगों को रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई। वहीं, इस घटना में मृत हुए युवक का दमोह में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार कुंवरपुर गांव में ओंकार पटेल के यहां मजदूरी करने गए लोगों को जानकी आदिवासी निवासी मडियादो और उदयपुर निवासी विनोद बुधवार रात ट्रैक्टर ट्राली से छोड़ने चीलघाट
टपरिया गए थे। वहां से लौटते समय कुम्हारी थाना क्षेत्र अंतर्गत तेज बारिश हो रही थी। नदी पार करते समय अचानक पानी का बहाव तेज हो गया और ट्रैक्टर ट्राली नदी में डूब गई। चालक और क्लीनर दोनों ट्रैक्टर पर चढ़ गए। देखते ही देखते नदी का बहाव इतना तेज हुआ कि ट्राली पलट गई। दोनों ने जान बचाने के लिए चिल्लाना शुरू किया। तब उनकी आवाज सुनकर स्थानीय निवासी गुड्डू उर्फ़ राकेश यादव 35 नदी के पास पहुंचा और दोनों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह पानी में डूब गया।
यह भी पढ़ें-
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विजयादशमी की दी बधाई, प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की
कुम्हारी थाना प्रभारी बृजेश पांडे भी मौके पर पहुंचे और पानी में डूबे गुड्डू को नदी से बाहर निकाला और अस्पताल भिजवाया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। सुबह एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और नदी में नाव ले जाकर दोनों युवकों को बाहर निकालकर उनकी जान बचाई।
नहीं है सड़क मार्ग
ग्रामीणों का कहना है सड़क मार्ग आवश्यक है आदिवासी टोला पहुंचने के लिए सड़क मार्ग सुगम रास्ता नहीं होने से इसी तरह नदी पार करनी पड़ती है। यदि रास्ता होता तो शायद यह घटना नहीं घटती। ग्रामीणों ने जल्द ही सड़क निर्माण की मांग उठाई है|
इनका कहना
कुम्हारी थाना प्रभारी बृजेश पांडेय का कहना है सूचना मिली नदी में ट्रैक्टर फंसा हुआ है। मौके पर पुलिस बल भेजा गया एक युवक जो ट्रैक्टर पर चढ़े दो लोगों को बचाने नदी में उतरा था। बहाव के चलते उसकी मौत हो गई। एसडीआरएफ टीम के द्वारा नदी में फंसे दोनों लोगों को बचा लिया है।