डिंडोरी जिले के बजाग थाना क्षेत्र अंतर्गत सरवाही गांव में मवेशी तस्करी के मामले को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला। रविवार सुबह ग्रामीणों ने एक संदिग्ध वाहन को रोक लिया, जिसमें चार मवेशी भरे हुए थे। वाहन चालक से पूछताछ में स्पष्ट जवाब न मिलने पर लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद रोषित ग्रामीणों ने शहडोल–पंडरिया स्टेट हाइवे पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में लंबे समय से मवेशियों की तस्करी का सिलसिला चल रहा है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है। आरोप यह भी है कि तस्कर लगातार सक्रिय हैं और पुलिस की लापरवाही के कारण यह गोरखधंधा रुक नहीं पा रहा। आज सुबह की घटना ने ग्रामीणों के सब्र का बांध तोड़ दिया, जिसके चलते करीब दो घंटे तक हाइवे पर आवागमन पूरी तरह बाधित रहा। जाम लगने से वाहन चालकों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सूचना मिलते ही बजाग थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण तब तक हटने को तैयार नहीं हुए जब तक प्रशासन ने सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा नहीं दिया। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे।
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पुलिस ने पकड़े गए वाहन को थाने में खड़ा कर दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सूत्रों के अनुसार वाहन से चार मवेशी बरामद हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित रखवाया गया है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि क्षेत्र में कई बार ऐसे वाहन देखे गए हैं, जिन्हें रोकना मुश्किल हो जाता है।
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लगातार बढ़ रहे ऐसे मामलों से ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना पनप रही है। पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में पाने के लिए ग्रामीणों से शांत रहने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि मवेशी तस्करी पर पूर्ण विराम लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल हाइवे पर यातायात बहाल कर दिया गया है, लेकिन ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई तो विरोध फिर से तेज होगा।