गुना जिले के राघौगढ़ में वर्षों से सांपों को पकड़कर लोगों की जान बचाने वाले सर्पमित्र की खुद सर्पदंश से मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब वह एक रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद अपने बेटे को स्कूल से लेने जा रहे थे। मृतक दीपक महाबर राघौगढ़ के कटरा मोहल्ला का निवासी था और जेपी यूनिवर्सिटी में बतौर स्नेक कैचर के रूप में पदस्थ था।
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जानकारी के अनुसार, दीपक महाबर करीब 12 वर्षों से सांप पकड़ने का कार्य कर रहे थे। उन्हें अक्सर राघौगढ़ और आसपास के गांवों से सांप निकलने की सूचना मिलती रहती थी, जिन पर वह तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए मौके पर पहुंचते और बिना किसी शुल्क के सर्पों को पकड़कर जंगल में सुरक्षित छोड़ देते थे। उनका यह कार्य एक सामाजिक सेवा की तरह देखा जाता था, जिसे स्थानीय लोग बहुत सम्मान देते थे। गत दोपहर उन्हें राघौगढ़ के बरबटपुरा इलाके में एक घर में सांप निकलने की सूचना मिली। दीपक तत्काल वहां पहुंचे और रेस्क्यू करते हुए सांप को पकड़ लिया। उसी दौरान उनका बेटा स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौटने की प्रतीक्षा में था। सांप को अपने पास रखते हुए दीपक बेटे को लेने स्कूल पहुंचे।
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परिजनों के अनुसार, स्कूल से लौटते समय बाइक पर रखे सांप ने दीपक को काट लिया। घटना के बाद दीपक को तत्काल राघौगढ़ के अस्पताल ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल गुना रेफर किया गया। हालत में सुधार दिखाई देने पर वे घर लौट आए, लेकिन रात में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजन दोबारा उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। सुबह शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।