मध्यप्रदेश के हरदा जिले में भाजपा की खिरकिया नगर परिषद को तगड़ा झटका लगा है। यहां भाजपा से निर्वाचित हुए 8 पार्षदों ने अपनी ही पार्टी के नगर परिषद अध्यक्ष से समर्थन वापस लेकर सबको चौंका दिया है। इनके साथ ही 4 अन्य पार्षद भी इसमें शामिल हैं। ये सभी पार्षद अपने अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से नाराज बताये जा रहे हैं। हालांकि, इसको लेकर लंबे समय से जिला अध्यक्ष सहित संगठन मंत्री ने भी इन्हें समझाइश दी थी। लेकिन आज उनकी भी सारी कोशिशें नाकाम साबित हुईं ।
चार महीनों से चल रही थी उठापटक
हरदा जिले की खिरकिया नगर पंचायत में बीते 4 महीनों से चल रही उठापटक मंगलवार को सबके सामने आ गई। यहां कई दिनों से नगर पंचायत के उपाध्यक्ष सहित भाजपा के पार्षद अपने ही पार्टी के अध्यक्ष पर, उनके वार्ड में होने वाले विकास कार्यो को लेकर भेदभाव का आरोप लगाते हुए नाराज़ चल रहे थे। इसके साथ ही वे कई बार समर्थन वापस लेने की भी धमकियां दी चुके थे। इस दौरान जब भी भाजपा के जिम्मेदारों से पूछा गया तो उनका हमेशा एक ही जवाब था की यहां सब चंगा सी। साथ ही वे कहते थे की यह तो परिवार की बात है। हम लोग आपस में मिल बैठकर इसे सुलझा लेंगे।
बंद कमरे में सभी को बैठाकर बात की गई
वहीं, इस विवाद को सुलझाने के लिए खिरकिया ब्लाक के भाजपा के मंडल अध्यक्ष सहित हरदा जिलाध्यक्ष, और यहां तक की संगठन मंत्री ने भी बंद कमरे में सभी को बैठाकर बात की थी। यही नहीं, इसको लेकर केंद्रीय मंत्री डी डी उइके ने भी अपने हरदा प्रवास के दौरान सभी को समझाया था । लेकिन शायद इसका अब तक कोई नैतिक हल नही निकल पाया, और आज भाजपा के 8 पार्षदों सहित कुल 12 पार्षदों ने नगर पंचायत के CEO को समर्थन वापस लेने का पत्र सौंप दिया । बता दें कि, इसमें 2 कांग्रेस के पार्षद भी शामिल हैं तो वहीं 2 अन्य निर्दलीय पार्षद हैं ।
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'अब जल्द ही कोई निष्कर्ष निकाला जाएगा'
इधर इस पूरे मामले में कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष ओम पटेल ने कहा कि, भाजपा के कई पार्षद उनके संपर्क में हैं, और जल्द ही यहां कांग्रेस अपना अध्यक्ष बनाने का दावा करेगी। वहीं, उनके इस बयान के बाद अब भाजपा के सामने अपनी नगर सरकार बचाने का संकट खड़ा हो गया है, और फिलहाल तो भाजपा के पदाधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं । इधर नगर पंचायत सीएमओ महेंद्र शर्मा ने बताया कि उन्हें आज 12 पार्षदों के हस्ताक्षर वाला पत्र मिला है। इसको लेकर उन्होंने जिला कलेक्टर को सारी स्थिति से अवगत करा दिया है। जिसके बाद अब जल्द ही कोई निष्कर्ष निकाला जाएगा ।
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