हरदा जिले में सुबह से हो रही रुक-रुककर भारी बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। लगातार हो रही झमाझम बारिश से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं खेतों और खलिहानों में रखी पकी हुई फसलें भीगने से खराब होने लगी हैं। हरदा जिले में सुबह से जारी मूसलाधार बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। लगातार बारिश से खेतों में कटाई के लिए तैयार मक्का सहित अन्य फसलें पानी में भीग रही हैं। किसानों का कहना है कि अगर बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो फसलें गल सकती हैं और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
ये भी पढ़ें- 
एमपी में फिर जांची जाएगी मतदाताओं की 'हकीकत', वोटर लिस्ट फ्रीज, घर-घर आएंगे बीएलओ
बारिश से ग्रामीण इलाकों की कच्ची सड़कों पर कीचड़ और पानी भर गया है, जिससे लोगों की आवाजाही भी मुश्किल हो गई है। कई गांवों में खेतों और रास्तों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कटाई के बाद फसल खलिहान में रखी थी, लेकिन अब सब भीग गई है। अगर धूप नहीं निकली तो अनाज खराब हो जाएगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी रुक-रुककर बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। फिलहाल जिला मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी लगातार बारिश का दौर जारी है, जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है।
मक्का की नीलामी पर रोक
कृषि उपज मंडी हरदा में 28 अक्टूबर से आगामी सूचना तक मक्का का विक्रय नहीं होगा। मंडी प्रबंधन ने मक्का उत्पादक किसानों से अपील की है कि वे आगामी आदेश तक मक्का मंडी प्रांगण में विक्रय हेतु न लाएं। मंडी सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में मक्का की भारी आवक के चलते बड़ी मात्रा में मक्का खुले में सुखाई जा रही थी, लेकिन पिछले तीन दिनों से हो रही तेज मूसलाधार बारिश से खरीदी गई मक्का भीग गई है। मंडी सचिव ने बताया कि फिलहाल मक्का की नीलामी पर रोक रहेगी, जबकि सोयाबीन, गेहूं, चना एवं अन्य फसलों का विक्रय कार्य पूर्ववत जारी रहेगा।