भाजपा शासित सिराली नगर परिषद में हो रहे भ्रष्टाचार के बाद भाजपा अध्यक्ष के खिलाफ 13 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए कलेक्टर को सौपा पत्र। भाजपा के 10 कांग्रेस के 2 और एक निर्दलीय पार्षद शामिल रहे। सिराली नगर परिषद में अध्यक्ष पार्षदों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। वहीं, 13 पार्षद कांग्रेस विधायक डॉ. आर. के. दोगने के साथ हरदा कलेक्ट्रेट पहुंचे अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए कलेक्टर को पत्र सौंपा।
बता दें कि इन पार्षदों में 10 भाजपा और 2 कांग्रेस और एक निर्दलीय पार्षद हैं। विधायक दोगने ने बताया कि सभी ने नगर परिषद अध्यक्ष अनीता अग्रवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की बात रखी है। कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने एडीएम पुरुषोत्तम कुमार को पार्षदों का सत्यापन कर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। 24 सितंबर को भी ये सभी पार्षदों ने भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश वर्मा से मिलकर नगर परिषद अध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर असंतोष जताया था। इसके बाद आज 15 मे से 13 पार्षद कलेक्ट्रेट पहुंचे कलेक्टर सिद्धार्थ जैन को अविश्वास प्रस्ताव के लिए पत्र सौंपा है।
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वार्ड नंबर 13 के पार्षद बहादुर सिंग राजपूत ने बताया कि नगर परिषद सिराली मे तानाशाही, भ्रष्टाचार, कुप्रशासन के कारण 13 पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रखा है। नगर परिषद मे विकास कार्य के लिए 140 करोड़ रुपये आये थे जिसमे भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इसके बाद अध्यक्ष अपनी मनमानी चलाती है। वार्डों में विकास नहीं हुआ है। जिससे परेशान होकर हम दूसरी बार यहां कलेक्टर के पास आए है। इधर वार्ड नंबर 9 कि भाजपा पार्षद कुशवाहा ने बताया कि वे भाजपा पार्टी से पार्षद है एवं उनकी ही पार्टी कि अध्यक्ष अनीता अग्रवाल द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। सभी पार्षद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर कलेक्टर से मिले हैं।