बरगी बांध के जलस्तर को नियंत्रित रखने के लिए सोमवार शाम चार गेट खोले गए। बांध का जलस्तर बढ़ने के कारण रविवार दोपहर को 9 गेट खोले गए थे। इस प्रकार बांध के 21 में से 13 गेट को खोला गया है। पूर्व में खोले गए गेट की लंबाई को बढ़ाया गया है। बांध से जितना पानी प्रवेश कर रहा है, उतना ही पानी गेट से छोड़ा जा रहा है।
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गौरतलब है कि ऑपरेशन मेन्युल के अनुसार 31 जुलाई तक बांध का जलस्तर 417.50 मीटर रखा जाना प्रस्तावित है। बांध की अधिकतम जल भराव क्षमता 422.76 मीटर है। रविवार दोपहर 11 बजे बांध का जलस्तर बांध का जलस्तर 417.40 मीटर तक पहुंच गया था। बांध में 98 हजार 741 क्यूसेक पानी प्रवेश कर रहा था। बांध के जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए दोपहर 12 बजे बांध के 9 गेट को औसतन 1.33 मीटर तक खोला गया। खोले गए गेटों से 52 हजार 195 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध के नौ गेट में से तीन गेट को दो मीटर, दो गेट को डेढ़ मीटर, दो गेट को एक मीटर तथा दो गेट को आधा मीटर खोला गया है।
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नर्मदा नदी के ऊपरी क्षेत्र में हुई बारिश के कारण बांध में वाटर कैचमेंट एरिया में लगातार जलस्तर बढ़ रहा था। बांध के वाटर कैचमेंट एरिया में 1 लाख 78 हजार क्यूसेक पानी प्रवेश कर रहा था। मेन्युअल ऑपरेशन के तहत बांध का जलस्तर 417.50 मीटर बनाने रखने के लिए सोमवार की शाम 4 बजे चार गेट खोले गए। इसके अलावा पूर्व खोले गए गेट की लंबाई को बढ़ाया गया है। बांध से जितना पानी प्रवेश कर रहा है, उतना ही पानी गेट से छोड़ा जा रहा है। इसके कारण नर्मदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। नर्मदा नदी के निचले हिस्से में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। बांध प्रबंधन ने लोगो से बाढ़ क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने का आग्रह किया है।
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