कटनी के कैमोर में भाजपा नेता नीलेश उर्फ नीलू रजक हत्याकांड को लेकर एक बार फिर तनाव गहरा गया। शुक्रवार को नगर परिषद द्वारा आरोपियों के अवैध मकानों पर जारी नोटिस के जवाब देने पहुंचे अधिवक्ता से बजरंगियों और स्थानीय लोगों से विवाद हो गया। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और हंगामा करते हुए सड़क जाम कर दी।
जानकारी के मुताबिक मामला देर शाम का बताया गया जहां एसीसी गेट के पास बड़ी संख्या में जुटे नीलेश रजक के समर्थकों ने नगर परिषद द्वारा जारी नोटिस के संदर्भ में तीन आरोपियों को नोटिस जारी किया था जिनका जवाब देने पहुंचे अधिवक्ता को मौके पर मौजूद परिजनों, बजरंग दल कार्यकर्ताओं, भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने घेरते हुए कड़ी आपत्ति जताई है।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से कहा कि आरोपियों के अवैध मकान अब तक क्यों नहीं तोड़े गए। कार्रवाई में देरी क्यों? प्रदर्शनकारियों ने अधिवक्ता से यह भी कहा कि वे हत्यारों या उनकी सहायता करने वालों की पैरवी न करें। स्थिति कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गई। मामले की जानकारी पर पहुंचे एसडीएम विवेक गुप्ता और थाना प्रभारी आशीष शर्मा ने मामला शांत करवाते हुए जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी करने आश्वासन दिया है।
आपको बता दे 28 अक्तूबर को कैमोर में दिनदहाड़े नीलेश रजक की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्या के अगले ही दिन 29 अक्टूबर को पुलिस ने मुख्य आरोपी अकरम खान और प्रिंस जोसफ को बहोरीबंद क्षेत्र में हुई शॉर्ट एनकाउंटर कार्रवाई में गिरफ्तार कर लिया था।
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एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि कटनी पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी अकरम खान, प्रिंस जोसफ, अफिर खान, सलीम खान, हर्ष सिंह और जैद अजहरी को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि छोटू सिंह, लकी अंसारी और अमन खान फरार हैं जिनकी तलाश जारी है। वहीं, अवैध निर्माण पाए गए मकानों के मालिकों को अंतिम सुनवाई के लिए 15 दिन की मोहलत दी जा रही है, जिसके बाद विधिसम्मत कार्रवाई करने की बात कही है।