देश के इकलौते रेलवे के चार जोन को एक साथ जोड़ने वाले सेंट्रल रेलवे के मध्यप्रदेश के खंडवा रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे ट्रैक पर रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है। हालांकि, गनीमत रही कि इसके चलते इस ट्रैक पर एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
दरअसल, यहां एक डबल डेकर मालगाड़ी भुसावल स्टेशन से ही गलत ट्रैक पर चलते हुए 147 किमी दूर खंडवा यार्ड तक पहुंच गई। यही नहीं इस बीच इस मालगाड़ी को 18 रेलवे स्टेशनों पर हरी झंडी दिखाकर आगे के लिए रवाना भी कर दिया गया था। लेकिन खंडवा यार्ड तक पहुंचते हुए यहां लगे ओएचई से टकराते ही इलेक्ट्रिक सप्लाई बंद हो गई, जिससे हादसा टल गया।
बता दें कि इस डबल डेकर मालगाड़ी में नई नवेली चमचमाती 264 एसयूवी गाड़ियां रखी थीं, जिनमें हादसे के चलते भयानक आग लग सकती थी तो वहीं इससे मालगाड़ी और रेलवे को भी बड़ा नुकसान हो सकता था। वहीं, घटना के बाद रेलवे ने कड़ी मशक्कत करके ओएचई की हाइट बढ़ाई और गलत ट्रैक पर आई मालगाड़ी को वापस भुसावल के लिए ही रवाना कर दिया गया।
खंडवा के रेलवे यार्ड पर भुसावल रेलवे कंट्रोलर की गलती से रविवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया। यहां आंध्रप्रदेश के पेनुकोंडा से चलकर गुड़गांव के फारुख नगर जाने के लिए निकली एक डबल डेकर मालगाड़ी भुसावल से रास्ता भटकते हुए गलत ट्रैक पर चल पड़ी। जो कि रास्ते के 18 स्टेशनों पर मिली हरी झंडी के चलते 147 किमी दूर खंडवा यार्ड तक पहुंच गई। लेकिन खंडवा स्टेशन के यार्ड में ओएचआई से इस डबल डेकर गाड़ी के इंजन के बाद के पहले डिब्बे की छत चिपक गई, जिसके बाद तुरंत ही बिजली सप्लाई बंद हो गई। इससे मालगाड़ी में आग नहीं लगी और एक बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ओएचई की हाइट बढ़ाकर इस मालगाड़ी को इटारसी की ओर न भेजते हुए वापस भुसावल के लिए ही रवाना किया गया।
बता दें कि डबल डेकर मालगाड़ी की ऊंचाई 5.20 मीटर होती है, जिसके चलते इसके ट्रैक पर ओएचई की ऊंचाई 5.50 मीटर होनी चाहिए थी। वहीं, रास्ता भटकी इस डबल डेकर मालगाड़ी की 33 बोगियों में से हरेक डब्बे में आठ गाड़ियों के मान से कुल 264 एसयूवी गाड़ियां थीं, जिनकी बाजार में 60 करोड़ रुपये से अधिक की कीमत थी।
हादसे की स्थिति में इन गाड़ियों में आग लग सकती थी, जिससे रेलवे को जहां इससे करोड़ों का आर्थिक नुकसान होता तो वहीं मालगाड़ी में आग लगने से अरबों का नुकसान हो सकता था। इधर, मिली जानकारी के अनुसार रेलवे कंट्रोलर भुसावल की गलती से ही यह डबल डेकर मालगाड़ी अपने तय रूट से भटकी थी। वहीं, घटना सामने आने के बाद सेंट्रल रेलवे की एक टीम ने इसको लेकर संयुक्त जांच दल गठित कर दिया है।