मध्यप्रदेश में चल रहे खाद संकट को लेकर किसानों का आक्रोश अब विधानसभा से निकलकर सड़कों पर दिखाई देने लगा है। एक ओर शुक्रवार को विधानसभा में विपक्ष ने खाद की खाली बोरियां लेकर प्रदर्शन किया, वहीं दूसरी ओर खरगोन जिले में किसानों ने चित्तौड़गढ़-भुसावल नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया।
किसानों का कहना है कि यूरिया खाद की लगातार किल्लत से उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस समाधान नहीं निकल रहा। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में किसान हाईवे पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि इस खरीफ सीजन में यह चौथी बार है जब किसानों को मजबूर होकर सड़क पर उतरना पड़ा है।
चक्काजाम की सूचना मिलते ही पुलिस बल के साथ कृषि उपसंचालक शिवसिंह राजपूत मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को खाद वितरण की प्रक्रिया और टोकन व्यवस्था को लेकर समझाइश दी। साथ ही जल्द पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने जाम समाप्त किया।
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इससे पहले भी खरगोन के कोतवाली थाने के अंतर्गत आने वाले बिस्टान रोड पर किसानों ने खाद की किल्लत को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। शुक्रवार को पुनः यूरिया की अनुपलब्धता को लेकर नाराज़ किसानों ने चित्तौड़गढ़-भुसावल राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक को रोक दिया। ग्रामीण क्षेत्रों से आए किसानों ने बताया कि खाद की कमी के चलते बोवाई और अन्य कृषि कार्य ठप हो गए हैं। हालांकि, प्रशासन की ओर से यह कहा गया है कि जल्द ही यूरिया खाद की आपूर्ति बढ़ाई जाएगी और किसानों को टोकन के माध्यम से व्यवस्थित ढंग से खाद वितरित किया जाएगा।