मध्यप्रदेश के निमाड़ में अपनी कड़क कलेक्टरी से पहचान बनाने वालीं, खरगोन जिले की नवागत कलेक्टर भाव्या मित्तल ने बुधवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। कलेक्टर मित्तल के साथ अस्पताल स्टाफ और संकल्प अभियान की टीम ने डायलिसिस, ओपीडी, मेटरनिटी वार्ड का दौरा किया। जहां उन्होंने शिशु मृत्यु दर कम करने को लेकर चल रहे संकल्प अभियान के तहत, अस्पताल में जुटाई जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने अस्पताल के नए निर्माण कार्यों को मार्च तक पूरा करने और सफाई व्यवस्था सुधारने को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है।
बता दें कि, मध्य प्रदेश में नवजात शिशु मृत्यु दर 30 के करीब होकर काफी अधिक है। इसको लेकर भारत सरकार का संकल्प है कि इसे अगले 6 सालों में 2030 तक सिंगल इकाई अर्थात 9 अंक से कम में ले जाना है। इसके लिए संकल्प अभियान बनाया गया है। इसमें, 30 से 9 तक जाने के लिए क्या और कैसे करना है यह देखा जा रहा है। इसके लिए देशभर के 9 प्रदेशों के 10 जिलों में से मध्य प्रदेश के खरगोन जिले का भी चयन हुआ है और अब खरगोन जिले से इस प्रोजेक्ट में जो सीखने को मिलेगा, उसे प्रदेश के साथ ही देश के दूसरे जिलों में लागू किया जाएगा।
भविष्य में खरगोन जिला करेगा पूरे प्रदेश को लीड
इधर दिल्ली स्थित एम्स हॉस्पिटल से आए पीडियाट्रिक्स विभाग के प्रोफेसर डॉ. रमेश अग्रवाल ने बताया कि संकल्प अभियान के तहत हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जिला अस्पताल में जो प्रेग्नेंसी लेकर महिला आती है, उसकी डिलीवरी को कैसे सुरक्षित और सावधानी पूर्वक करवाया जाए। साथ ही नवजात शिशु केयर यूनिट में जो बच्चे भर्ती होते हैं, उनकी कैसे सावधानी रखी जाए, जिससे मृत्यु दर कम हो। इसको लेकर खरगोन जिले का सारा स्टाफ बहुत ही तत्पर है। यह चीज हम सभी में आशा और विश्वास बढ़ाती है कि हम इस लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे। भविष्य में खरगोन जिला पूरे प्रदेश को लीड करेगा कि कैसे नवजात शिशु की मृत्यु दर कम की जा सकती है।
इसलिए हुआ प्रदेश भर में केवल खरगोन का चयन
कलेक्टर के निरीक्षण को लेकर सिविल सर्जन ने बताया कि संकल्प अभियान सरकार का बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है, जिसको लेकर कलेक्टर मैडम भी बहुत ही उत्साहित हैं। इस अभियान में खरगोन भी एक महत्वपूर्ण जिला है। इसकी विभिन्नताओं को देखते हुए इसका चयन हुआ है। यहां पहाड़ी क्षेत्र के साथ ही समतल क्षेत्र भी हैं और आदिवासी बसाहट के साथ ही सामान्य बसाहट भी है। यहां के कुछ क्षेत्रों से लोग पलायन भी करते हैं, तो कुछ क्षेत्रों में स्थाई निवास भी है। इन्ही विभिन्नताओं के कारण खरगोन जिले का चयन हुआ है। इसको लेकर हमारी नई कलेक्टर भी रुचि ले रही हैं, जिससे हम इस अभियान में और भी अच्छी तरह से कम कर पाएंगे।
निर्माण कार्यो को पूरा करने दिया मार्च तक का समय
अपने पहले दौरे के बाद मीडिया से चर्चा में जिला कलेक्टर भाव्या मित्तल ने बताया कि जिला प्रशासन की टीम ने आज अस्पताल का स्पेशल निरीक्षण किया था। यहां तीन से चार नए निर्माण के कार्य अभी जारी हैं। उसमें पीआईयू द्वारा बनाए जा रहे 100 बेड वाले वार्ड के साथ ही दूसरे निर्माण कार्यों को भी मार्च के अंतिम दिनों तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। जो संकल्प अभियान के उद्देश्य हैं कि, मोर्टालिटी सिंगल डिजिट में हो। उसके अनुरूप नए मदर एंड न्यू बोर्न चाइल्ड यूनिट और लैक्टेशन यूनिट को जल्द शुरू करना है। आज स्टेप डाउन यूनिट भी शुरू कर उसका भी अवलोकन किया है। साथ ही यहां सफाई को लेकर भी सुपरवाइजर के जरिए किस तरह से बेहतर कर सकते हैं, उस पर ध्यान दिया है। इसमें डस्टबिन, टॉयलेट की सफाई के साथ ही जो सामान खराब पड़ा है, उसे ठीक करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।