मध्यप्रदेश के खरगोन नगर के कोतवाली थाना क्षेत्र की डाबरिया रोड स्थित रुचि कॉटन जिनिंग के मुनीम से हुई 15 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से लूट की रकम में से चार लाख रुपये नकद और एक लाख रुपये का खरीदा गया सामान जब्त किया गया है। वहीं, दूसरे आरोपी की भी पहचान हो चुकी है, जिसकी तलाश जारी है।
बता दें कि दो बाइक सवार बदमाशों ने रुचि कॉटन जिनिंग के मुनीम पर लाठी-डंडों से हमला कर बैंक से लाए जा रहे 15 लाख रुपये से भरा बैग लूट लिया था। पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले, जिसके बाद आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिली।
जांच में खुलासा हुआ कि फरार आरोपी पर बैंक का कर्ज था, जिसके चलते उसने रेकी कर वारदात को अंजाम दिया। लूट के बाद उसने कुछ रकम से बैंक की किश्त भी जमा की थी। पुलिस ने धामनोद स्थित एक बैंक से 50,000 रुपये की वह राशि भी जब्त कर ली है, जो लूट की रकम से किश्त के रूप में जमा की गई थी।
बैंक में जमा कराई गई रकम भी पुलिस ने जब्त
खरगोन एसपी धर्मराज मीना ने बताया कि 23 जनवरी को रुचि जिनिंग के मुनीम के साथ लाठी-डंडों से मारपीट कर 15 लाख रुपये लूटे गए थे। इस मामले की जांच में पुलिस ने 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसके बाद नावड़ा तोड़ी घाट से सायता के रहने वाले एक आरोपी, प्रीतम पिता पन्नालाल सोलंकी को शराब पीते हुए घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से करीब पांच लाख रुपये की लूट की राशि और सामान जब्त किया गया, जो उसे लूट के बंटवारे में मिला था। वहीं, दूसरे आरोपी राहुल पटेल की पहचान कर ली गई है। उसने बैंक में जो रकम जमा कराई थी, उसे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। उसकी तलाश जारी है, और जल्द ही गिरफ्तार कर लूट की शेष रकम भी बरामद कर ली जाएगी।
लूट की रकम से खरीदा बेड, फ्रिज, मोबाइल और कपड़े
एसपी मीना ने बताया कि दोनों आरोपी पहले से ही रुचि जिनिंग में कपास की खरीदी-बिक्री के संबंध में आते थे। उन्हें मालूम था कि मुनीम रोजाना भारी मात्रा में नगदी लेकर आता-जाता है। इसी लालच में उन्होंने लूट की योजना बनाई। गिरफ्तार आरोपी ने लूट के तुरंत बाद घर की जरूरतों का सामान खरीदा, जिसमें बेड, फ्रिज, मोबाइल और नए कपड़े शामिल हैं। माना जा रहा है कि इन्हीं आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए दोनों आरोपियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया।
वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने कई बार घटनास्थल की रेकी भी की थी।