मध्यप्रदेश के खंडवा नगर निगम में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। निगम के मुख्य गेट पर नेता प्रतिपक्ष सहित शहर के कई सारे फुटकर फल विक्रेता धरने पर बैठ गए और नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि नगर निगम के अधिकारी पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करते हुए शहर के मुख्य मार्ग से तो अतिक्रमण और हॉकरों को हटा नहीं पा रहे, लेकिन वे लोग इमानदारी से अपना छोटा सा रोजगार कर रहे हैं, तो उन्हें अतिक्रमण के नाम पर जबरन हटाया जा रहा है, जिससे त्योहारी सीजन में उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
जबकि वह हर तरह से निगम को सहयोग करने को तैयार हैं और उन्हें कम से कम इस त्योहार के समय तो अपना व्यापार करने दिया जाए। हंगामा बढ़ता देख निगम उपायुक्त सहित तहसीलदार मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों की बात सुनी। वहीं, निगम अधिकारियों का कहना था कि एमआईसी के निर्णय अनुसार यह कार्रवाई अभी जारी रहेगी और शुरुआत इन ठेला व्यवसाईयों को हटाने से की जा रही है।
खंडवा नगर निगम के मुख्य गेट पर मंगलवार को शहर में फेरी लगाकर फल बेचने वाले ठेला व्यवसायी धरने पर बैठ गए, जिनके साथ कांग्रेस के कुछ नेता और निगम के नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौड़ भी नजर आए। यह सभी निगम अधिकारियों के मनमानी पूर्ण रवैया के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मुख्य गेट पर कुछ फल भी बिखेर दिए। उनका कहना था कि निगम के कर्मचारी उन्हें व्यापार नहीं करने दे रहे हैं। जबकि वे तो निगम के साथ सहयोग करते हुए अपना रोजगार कर गुजर-बसर कर रहे हैं। बावजूद इसके उन्हें अतिक्रमण के नाम पर निगम अधिकारियों के द्वारा बार-बार परेशान किया जाता है और अभी त्योहार का सीजन है।
बॉम्बे बाजार से नहीं हटा रहे ठेला व्यवसायियों को
ठेला चालकों का कहना था कि दशहरा और दीपावली जैसे बड़े त्योहार सामने हैं। ऐसे में उनका रोजगार बर्बाद कर निगम उनके साथ अत्याचार कर रहा है। जबकि वे निगम अधिकारियों का सहयोग करते रहते हैं और वह फिलहाल त्योहार तक की मोहलत चाहते हैं, जिससे उन्हें इस त्योहारी सीजन में कुछ आय हो जाए। उन्हें इस त्योहार में न हटाया जाए तो वहीं उनका यह भी कहना था कि निगम के अधिकारी भेदभाव करते हुए शहर के बॉम्बे बाजार जैसे व्यस्त और मुख्य मार्ग के ठेला चालकों को नहीं हटा रहे। अगर निगम की मंशा अतिक्रमण के नाम पर ठेला व्यवसाइयों को हटाना ही है तो पूरे शहर में एक जैसी कार्रवाई की जाए। पूरे शहर से ही इस तरह के व्यवसाय करने वालों को एक साथ हटाया जाए।
रोडमैप बनाकर किया जाए विस्थापन
वहीं, इस पूरे मामले में ठेला व्यापारियों का साथ दे रहे निगम के नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौड़ ने बताया कि साल 2022 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक घोषणा की थी कि सड़क पर ठेला लगाकर व्यापार करने वालों को, जो जहां व्यापार करना चाहता है वही करें। उन्हें हटाया नहीं जाएगा और उस समय इस वसूली की प्रथा को भी बंद कर दिया गया था। ऐसा इसलिए किया गया था कि उस समय उन्हें वोट चाहिए थे, जो मिले भी। इसके एक साल बाद अब निगम का रवैय्या सबके सामने है कि किस तरह से इन ठेले वालों को हटाया जा रहा है। अभी त्योहार का टाइम है, और वह लोग इमानदारी से व्यापार कर रहे हैं। ऐसे में अगर कुछ समस्या है तो सभी पक्षों के साथ बैठकर उसका निराकरण करना चाहिए और एक रोडमैप बनाकर इनका विस्थापन करना चाहिए।
पहले फेज में आधे शहर से हटा रहे ठेले
इधर, इस मामले में निगम उपायुक्त सिटोले ने बताया कि शहर में करीब डेढ़ सौ ठेला चालक अपना व्यवसाय करते हैं, जिन्हें कल ट्रैफिक विभाग के साथ मिलकर हमने समझाइश दी थी। जिसमें सहमति बनी थी कि जिला अस्पताल से लेकर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड क्षेत्र को ठेला मुक्त क्षेत्र बनाया जाएगा। बावजूद इसके अधिकांश ठेले लगे हुए थे, जिन्हें हमने हटाया है और उन्हें हमने यही कहा है कि त्यौहार का सीजन है। इसलिए व्यवस्था को हमें दुरुस्त रखना है। हालांकि, केवल आधे शहर में कार्रवाई करने के सवाल पर उपायुक्त ने कहा कि अभी पहले फेज की कार्रवाई की जा रही है, जिसके बाद अगले चरण में घंटाघर के भी ठेलों को हटाया जाएगा।
सराफा में होगी अगले चरण में कार्रवाई
वहीं, इस मामले में जब उपायुक्त सिटोले से पूर्व सीएम शिवराज सिंह की घोषणा ठेले वालों को न हटाने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम लोग ठेले वालों को हटा नहीं रहे हैं और ठेला व्यवसाय का मतलब होता है चलित वाहन। ठेला व्यवसाय किसी भी गली मोहल्ले में किया जाता है न कि मेन मार्केट में। किसी भी शहर में ठेला व्यवसाय अलाउ नहीं है। वहीं, शहर में संपन्न और समृद्ध लोगों के अतिक्रमण छोड़कर गरीब लोगों पर लगातार कार्रवाई किए जाने को लेकर उन्होंने बताया कि निगम के द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है। पहले शहर के हृदय स्थल और मुख्य मार्ग को ठेला मुक्त कराया जाएगा। इसके बाद अगले चरण में सराफा क्षेत्र में कार्रवाई की जाएगी।

फुटकर ठेला चालकों ने निगम गेट पर दिया धरना

फुटकर ठेला चालकों ने निगम गेट पर दिया धरना

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