केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को 1600 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित फॉरलेन चुरहट बायपास और प्रदेश की सबसे लंबी सिक्स लेन रीवा-सीधी टनल का लोकार्पण किया। साथ ही रीवा के ग्राम बरसैता में 2444 करोड़ रुपये की लागत की 7 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। 1004 करोड़ की लागत से बनी और 2.82 किमी लंबी मोहनिया टनल देश की सबसे चौड़ी और एमपी की सबसे लंबी सुरंग है। इस टनल के शुरू होने के बाद रीवा से सीधी की दूरी करीब सात किमी तक कम हो जाएगी। वहीं, वाहनों को मोहनिया घाटी के घुमावदार मोड़ और चढ़ाई से निजात मिलेगा। अभी लोगों को घाटी पार करने में करीब 30 से 35 मिनिट का समय लगता है लेकिन सुरंग से यह दूरी महज पांच से सात मिनिट में तय की जा सकेगी। सीधी से रीवा की दूरी फिलहाल 82 किलोमीटर है जो कि टनल के शुरू जाने के बाद सिर्फ 75 किलोमीटर रह जाएगी। विंध्य क्षेत्र के लोग इस सुरंग के लोकार्पण का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को सीधी जिले में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत आयोजित स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां मुख्यमंत्री ने 43.88 करोड़ के 89 विकासकार्यों का भूमिपूजन और 64.49 करोड़ की लागत के 116 कार्यों का लोकार्पण किया। इस दौरान अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि जनता ही जनार्दन है। मैं पूरे प्रशासन से कहता हूं कि जनता की बेहतर सेवा की जाए। हम सभी लोकतंत्र में जनता के सेवक हैं। हम अच्छा काम करें ये हमारी ड्यूटी है। इसके साथ ही जिले के लापरवाह अधिकारियों पर सीएम की गाज गिरी सीएम ने रामपुर नैकिन तहसीलदार, जिला शिक्षा अधिकारी और मनरेगा अधिकारी को मंच से ही निलंबित करने का आदेश दिया।
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बैतूल जिले के मांडवी गांव में 400 फीट गहरे बोरवेल में गिरे तन्मय साहू को तमाम कोशिशों को बाद भी नहीं बचाया जा सका। शनिवार सुबह बच्चे का शव करीब 84 घंटे के बाद बोरवेल से बाहर निकाला जा सका। जिला अस्पताल में पांच डॉक्टरों की टीम ने उसके शव का पीएम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। तन्मय के निधन से पूरे मांडवी गांव समेत आसपास के गांवों में भी मातम पसरा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तन्मय के निधन पर शोक जताया है और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। सीएम ने तन्मय के परिवार को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायका राशि देने की घोषणा की है। बता दें, तन्मय मंगलवार शाम अपने दोस्तों के साथ खेलते वक्त एक खुले बोरवेल में गिर गया था।
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केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया शनिवार सुबह वॉक करते हुए शहर की कैंसर पहाड़ी पर पहुंची और आम लोगों की तरह वहां मौजूद लोगों से कैंसर पहाड़ी का नाम बदलने की चर्चा की। यह पहला मौका रहा जब महारानी आम लोगों के बीच पहुंची। उन्होंने यहां करीब 3 घंटे का समय बिताया इस दौरान लोगों का हाल चाल भी जाना और पहाड़ी के नामकरण को लेकर लोगों से पर्ची पर नाम कलेक्ट किए। इस दौरान प्रियदर्शनी राजे सिंधिया का सहज, सरल और एक अलग अंदाज भी लोगों को देखने को मिला। उन्होंने लोगों के बीच बैठकर पकौड़ी का लुफ्त उठाया साथ ही पकौड़ी बांटने वाले लोगों के साथ खुद सेल्फी भी ली। लोग अब महारानी की इस पहल की सराहाना कर रहे हैं।
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श्योपुर जिले में महिला नसबंदी शिविर की शर्मनाक तस्वीरें सामने आई है। जिलामुख्यालय से करीब 150 किमी दूर विजयपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिना बेड और स्ट्रेचर के करीब 77 महिलाओं की नसबंदी कड़ाके की ठंड के बीच जमीन पर लिटाकर कर दी गई। नौ डिग्री टेंपरेचर के बीच महिलाएं ठंड से ठिठुरती रही लेकिन, जिम्मेदारों ने रजाई-गद्दे तक के इंतजाम नहीं किए। मामला सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग पर टारगेट पूरा करने का आरोप लग रहा है। यहां दो दिवसीय नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था, लेकिन बेड, एंबुलेंस और स्ट्रेजर जैसी महत्वपूर्ण चीजों की व्यवस्था नहीं गई थी। मरीजों के परिजनों ने भी बदहाल व्यवस्था के आरोप लगाएं हैं।
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