रतलाम जिले में पिछले तीन सप्ताह से बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार रात व शनिवार दोपहर साढ़े तीन बजे तक रतलाम शहर सहित जिले के कई क्षेत्रों में रुक-रुक कर रिमझिम व तेज बारिश होती रही। जिले में अब तक 46.02 इंच बारिश हो चुकी है। लगातार बारिश से खेतों पानी भर गया है और सोयाबीन की फसलें खराब हो रही हैं। इससे किसान परेशान है। कांग्रेस ने किसानों के साथ शनिवार दोपहर जिले के पिपलौदा नगर में सोयाबीन की खराब फसल के पुतले की अर्थी निकाली। पुतला खराब फसलों से बनाया गया था। नारेबाजी करते हुए वे पिपलौदा तहसील कार्यालय पहुंचे तथा वहां अर्थी का अंतिम संस्कार कर बीमा राशि व मुआवजा देने की मांग की।
इस वर्ष 1 जून 2025 से अब तक जिले की आठ तहसीलों में से सबसे ज्यादा 70.03 इंच बारिश सैलाना तहसील में हुई है। वहीं बारिश रावटी में 59.60, पिपलोदा तहसील में 52 इंच तथा रतलाम तहसील में 49.48 इंच बारिश हो चुकी है। जावरा में 48.30 इंच, बाजना में 37 इंच, आलोट 29.88 व ताल तहसील में सबसे कम 21.08 इंच ही बारिश हुई है। सैलाना तहसील में तो शुरू से ही बारिश ज्यादा हो रही है और शुरुआती मानसून में ही बारिश ज्यादा होने से करीब 50 प्रतिशत किसान तो बोवनी भी नहीं कर पाए। वहीं पिपलौदा, रतलाम, जावरा व रावटी तहसील में ज्यादा बारिश से सोयाबीन की फसलें खराब हो रही हैं। पिपलौदा क्षेत्र में खेतों में जलभराव के चलते फसलों को ज्यादा नुकसान होने की बात कही जा रही है। फसलों को नुकसान होने तथा पर्याप्त बीमा राशि नहीं मिलने से किसानों में रोष है। शनिवार दोपहर ब्लॉक कांग्रेस पिपलौदा द्वारा फसलों के खराब होने व बीमा नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया गया।
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जिला पंचायत सदस्य राजेश भरावा, कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह सोलंकी, जावरा नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष यूसुफ कड़पा, पिपलोदा जनपद अध्यक्ष योगेंद्रसिंह सोलंकी, पिपलोदा उत्तर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मनोहलाल शर्मा, पिपलोदा दक्षिण ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप मंडलोई, किसान रईस मंसूरी, कैलाश शाह (ग्राम बड़ायला माताजी) सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व किसान बारिश में भीगते हुए पिपलोदा के झाला चौराहे पर एकत्र हुए तथा वहां से खराब फसलों की अर्थी व हाथों मे सोयाबीन की खराब फसल लेकर नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए पिपलौदा तहसील कार्यालय पहुंचे। किसानों को बीमा राशि व मुआवजा देने की मांग करते हुए अर्थी में आग लगाई गई।
किसान नेता व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश भरावा ने अमर उजाला को बताया कि पिपलौदा क्षेत्र में ज्यादा बारिश से अधिकांश खेतों में सोयाबीन की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। किसानों को अभी 2021-22 की ही बीमा राशि दी गई है, वह भी पर्याप्त नहीं है। इस वर्ष फसलों को सर्वे अभी तक पूरा नहीं किया गया है। किसान परेशान हैं तथा उन्हों काफी नुकसान हुआ है, लेकिन अभी तक भाजपा विधायक, सांसद भी किसानों की तकलीफ जानने नहीं पहुंचे हैं। किसानों को खराब फसलों की शीघ्र बीमा राशि व मुआवजा दिया जाए। इसे लेकर ही प्रदर्शन किया गया है। जल्द बीमा राशि व मुआवजा नहीं दिया गया तो जिले के किसानों के साथ जिला मुख्यालय पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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रपट पर बहे युवक सुरक्षित निकले
जिले में नदी-नाले उफान पर आने से कई रास्तों की पुलियाओं व रपट के ऊपर से पानी बह रहा है। शुक्रवार रात खाचरोद मार्ग पर ग्राम जड़वासा की पुल तथा वहां से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर मलवासा पर पानी भर गया था। दोनों पुल के बीच कुछ लोग बीच में फंस थे। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची तथा फंसे लोगों को बाहर निकाला था। वहीं शनिवार दोपहर हजनारा-कुशलगढ़ रोड पर रपट पर बह रहे पानी से निकलने के दौरान संतुलन बिगड़ने से दो युवक संतुलन बिगड़ने से बाइक सहित पानी में गिरकर बह गए थे, वे कुछ दुर अन्य लोगो की मदद से जाकर जैसे-तैसे सुरक्षित बाहर निकल गए, लेकिन बाइक रपट के नाले में नीचे बह कर चली गई। शुक्रवार रात को हुई तेज बारिश से रतलाम शहर की कई निचली बस्तियों, कई घरों व रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म चार की पटरियों पर भी पानी भर गया था। पटरियों पर पानी भरने से प्लेटफार्म चार पर आने वाली ट्रेनों को प्लेट फार्म नंबर पांच व छह पर डायवर्ट किया गया था।
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