ब्यौहारी अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो गई है। इसका एक उदाहरण भी सामने आया है। सड़क दुर्घटना में घायल एक बालक को परिजन ब्यौहारी सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन समय पर उसे उपचार नहीं मिल सका। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से पर्ची काउंटर बंद था।
परिजनों ने बताया कि उनका 14 साल पुत्र सड़क हादसे में घायल हुआ था, जिससे उसका पैर टूट गया। तत्काल परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां अस्पताल में में पर्ची काउंटर बंद था। जिस कारण परिजनों को घायल बालक के इलाज में दिक्कत हुई। परिजनों ने वहां मौजूद डॉक्टर से समस्या बताई तो डॉक्टर का कहना था कि हम बिना पर्ची के इलाज कैसे करें। पूरे मामले की जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश मिश्रा को फोन पर लोगों ने दी, जिसके बाद सीएमएचओ के हस्तक्षेप के बाद बालक को इलाज मिल पाया है।
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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि मुझे फोन पर जानकारी मिली थी। उसके बाद मैने ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर से बात कर बालक का इलाज शुरू करवाया। हम मामले की जांच करवाएंगे, पर्ची काउंटर क्यों बंद रखा गया था। कर्मचारी कहां गए थे। जांच में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई करेंगे।
वहीं बीते दिनों कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र सिंह ने ब्यौहारी अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि अस्पताल में सही समय में मरीजों का उपचार नहीं मिल पाता है, जिससे लोग परेशान होते हैं। गोंडवाना ने भी पूर्व में इस मामले की शिकायत ज्ञापन देकर अधिकारियों से की थी, लेकिन अस्पताल की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है।