श्योपुर जिले के कूनो नदी में लगातार बारिश से जलस्तर बढ़ने के कारण वीरपुर क्षेत्र के दिमरछा गांव का मुख्य रास्ता बंद हो गया। गांव के पास कूनो और चंबल का संगम होने से स्थिति और विकट हो गई। इसी दौरान गांव की रहने वाली कृष्णा पत्नी लोकेन्द्र रावत की पहली डिलीवरी होनी थी।
बीमार ग्रामीणों को भी स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया
परिजनों ने वीरपुर थाना प्रभारी भारत सिंह गुर्जर को सूचना दी। टीआई गुर्जर ने तुरंत एसडीआरएफ टीम को बुलाया। टीम ने महिला को सुरक्षित निकालकर एंबुलेंस से वीरपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। रेस्क्यू के दौरान पता चला कि गांव में 15 अन्य बीमार लोग भी फंसे हैं। इनमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल थे। एसडीआरएफ की टीम ने सभी को बारी बारी से बाहर निकाला।सभी बीमार ग्रामीणों को भी स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
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दो घंटे तक रेस्क्यू चला
एसडीआरएफ प्रभारी प्रमोद दंडोतिया के अनुसार नदी के तेज बहाव के कारण टीम को नाव और रस्सियों का सहारा लेना पड़ा। दो घंटे के रेस्क्यू अभियान में सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया। रेस्क्यू दल में प्रमोद दंडोतिया के साथ नवदीप शर्मा, पवन नामदेव, सुनील भूरिया और छविराम शामिल थे।ग्रामीणों ने प्रशासन और रेस्क्यू दल का आभार जताया। पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण कूनो नदी उफान पर है। निचले इलाकों के गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। प्रशासन ने लोगों से नदी नालों के किनारे न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
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