जिले में जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ओरछा तहसील के प्रतापपुरा इलाके में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापा मारते हुए अवैध रूप से रखी गई 720 खाद की बोरियां जब्त की हैं। ये बोरियां एक मकान में छिपाकर रखी गई थीं और इनका तार उत्तर प्रदेश और राजस्थान से जुड़ा पाया गया है।
ओरछा थाना क्षेत्र के प्रतापपुरा की राधा कॉलोनी में जिला प्रशासन को लंबे समय से अवैध खाद भंडारण की सूचना मिल रही थी। इसी सूचना के आधार पर थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापा मारा। जांच के दौरान लवकुश यादव के मकान से बड़ी मात्रा में खाद की बोरियां बरामद हुईं। मौके पर 720 बोरियां गिनी गईं, जिनमें से कुछ मकान के अंदर रखी थीं, जबकि कुछ 6 पिकअप वाहनों में लदी हुई मिलीं। पूछताछ में सामने आया कि ये बोरियां राघवेंद्र साहू नामक व्यक्ति की हैं, जो उत्तर प्रदेश के सकरार क्षेत्र का रहने वाला है। राघवेंद्र ने कृषि विभाग के अधिकारियों को बताया कि खाद की खेप उसने राजस्थान से इंडिया मार्ट के माध्यम से बुलवाया गया था। इस कार्रवाई से प्रशासन को यह संदेह है कि यह खाद कालाबाजारी और अवैध भंडारण का नेटवर्क हो सकता है, जो सीमा पार जिलों में सक्रिय है।
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मौके से बरामद पिकअप वाहनों और बोरियों को प्रशासन ने जब्त कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है। कार्रवाई के दौरान एसडीओपी कृषि भारत राजवंशी, ओरछा थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा एवं प्रशासनिक टीम मौजूद रही। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, जांच में अब यह पता लगाया जा रहा है कि राजस्थान से आई यह खाद किस कंपनी की है, और क्या यह असली या नकली खाद थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, भंडारण लाइसेंस और खरीद दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में लवकुश यादव के पास कोई वैध दस्तावेज़ नहीं मिला है। फिलहाल पूरे प्रकरण को लेकर जिला प्रशासन ने खाद नियंत्रक विभाग को भी जांच में शामिल कर लिया है। ओरछा पुलिस का कहना है कि जिला प्रशासन के आदेश पर कृषि अधिकारियों के साथ पुलिस टीम साथ में भेजी गई थी जहां पर अवैध खाद का भंडारण जप्त किया गया है इसमें आगे की कार्यवाही कृषि विभाग करेगा।