योग गुरु बाबा रामदेव आज उज्जैन पहुंचे और विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर भस्म आरती में शामिल हुए। उन्होंने नंदी हॉल से भस्म आरती का दर्शन किया और पूरे समय "जय श्री महाकाल" और "ॐ नमः शिवाय" का जाप करते हुए भगवान महाकाल की भक्ति में लीन नजर आए। आरती के पश्चात उन्होंने मंदिर परिसर में पूजन-अर्चन कर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि बाबा रामदेव प्रातःकालीन भस्म आरती में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से सत्कार अधिकारी अभिषेक शर्मा, सहायक प्रशासक हिमांशु कारपेन्टर और गिरीश तिवारी ने बाबा रामदेव का स्वागत व सम्मान किया।
दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में बाबा रामदेव ने महाकाल मंदिर की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर पहली बार भगवान महाकाल के दर्शन कर वे अभिभूत हैं। उन्होंने योग को अच्छी आत्मा और पारमार्थिक शक्तियों का सबसे बड़ा केंद्र बताया और कहा कि महाकाल अकाल मृत्यु के भय को हरने वाले हैं तथा जीवन में अष्ट सिद्धि और नव निधियां प्रदान करते हैं। उन्होंने भगवान महाकाल से भारत माता की रक्षा और देश के उत्थान की प्रार्थना की।
पढ़ें; अक्षय तृतीया पर आज बाबा महाकाल को मस्तक पर लगाया त्रिपुंड, फिर रमाई भस्म और लगाया तरबूज-खरबूजे का भोग
हाल ही में पहलगाम में हुई आतंकी घटनाओं पर चिंता जताते हुए बाबा रामदेव ने पाकिस्तान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि धर्म पूछकर लोगों को गोली मारना घोर पाप है और भारत सरकार इसका माकूल जवाब देगी। उन्होंने विश्वास जताया कि भगवान महाकाल राक्षसी प्रवृत्ति वालों का अंत करेंगे और सत्य की विजय होगी। उन्होंने भगवद्गीता के श्लोक "परित्राणाय साधूनाम विनाशाय च दुष्कृताम" का उल्लेख करते हुए कहा कि यही शासन का आदर्श होना चाहिए और भारत सरकार उसी दिशा में कार्य कर रही है।
रायपुर में कांग्रेस द्वारा वायरल की गई एक तस्वीर और उस पर हुई राजनीतिक बयानबाजी पर भी बाबा रामदेव ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जब बात राष्ट्रीय एकता, अखंडता और संप्रभुता की हो, तो राजनीति से ऊपर उठकर सभी को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनेता राजनीति के लिए होते हैं, लेकिन राष्ट्रीय मुद्दों पर सभी दलों को एक स्वर में बोलना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में शहीद जवानों के संदर्भ में अखिलेश यादव के कथित बयान पर अप्रत्यक्ष रूप से टिप्पणी करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि चाहे कोई भी पार्टी से जुड़ा हो या न हो, देश के 140 करोड़ नागरिक एक हैं। संविधान और लोकतंत्र भी हमें यही सिखाते हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर सभी को एकजुट रहना चाहिए।