राजस्थान के टोंक जिले में इस बार मानसून ने भारी तबाही मचाई है। खासकर पीपलू उपखंड मुख्यालय की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। 5 जुलाई 2024 से अब तक पीपलू कई बार टापू में तब्दील हो चुका है, जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। पिछले तीन दिनों से पीपलू में दूध, सब्जी, और अखबार की सप्लाई बाधित है। पानी कम होने पर जेसीबी मशीनों की मदद से वाहनों और लोगों को सुरक्षित एक छोर से दूसरे छोर तक लाने-ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को भी जेसीबी के जरिए बरसाती नाले पार करवाए गए हैं।
गुरुवार दोपहर बाद हालात और बिगड़ गए, जिससे पीपलू से बाहर जाना या अंदर आना लगभग असंभव हो गया है। स्थानीय लोग, काशीपुर रपट, नाथड़ी रपट, और बगड़ी रोड मासी नदी रपट पर बहते हुए पानी को देखने के लिए बार-बार वहां पहुंच रहे हैं, लेकिन यह स्थिति मनोरंजन के बजाय चिंता का विषय है। प्रशासन की ओर से लगातार पानी वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की जा रही है, लेकिन लोग फिर भी लापरवाही बरत रहे हैं। रक्षाबंधन के अवसर पर कई बहनें पीपलू से बाहर अपने भाइयों के घर जाने की कोशिश कर रही हैं, जबकि कई बहनें पीपलू आने को बेताब हैं। लेकिन चारों तरफ पानी होने के कारण इस बार कई भाइयों की कलाईयां सूनी रह सकती हैं। बाजार में भी रक्षाबंधन की ग्राहकी पर असर पड़ा है, और दुकानदारों द्वारा लाई गई राखियां बिना बिके पड़ी हैं। लगातार सात दिनों से कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश हो रही है, जिससे दुकानदार अपने सामान को सजा भी नहीं पा रहे हैं।