अलवर में हाल ही में हुई ओलावृष्टि और खराब मौसम के कारण किसानों को हुए नुकसान पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि के कारण प्रदेश के किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। जूली ने राज्य सरकार से किसानों को समय पर उचित मुआवजा देने और गिरदावरी रिपोर्ट की सटीकता सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता मिल सके।
टीकाराम जूली ने बताया कि पिछले दो दिनों से मौसम में अचानक बदलाव आया है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है। इससे सरसों की फसल में फूल और फलियां झड़ने लगी हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर फसलों को भारी मात्रा में नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों पर बर्फ की परतें जम गईं, जिससे सरसों की फसल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है।
टीकाराम जूली ने अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के मालाखेड़ा ब्लॉक के विभिन्न गांवों का दौरा किया और किसानों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने मौके पर ही उपखंड अधिकारी नवज्योति कांवरिया और तहसीलदार मेघा मीणा को बुलाकर निर्देश दिए कि फसल खराबी की सही रिपोर्ट तैयार कर जल्द से जल्द राज्य सरकार को भेजी जाए।
कार्यालय में बैठकर रिपोर्ट तैयार की
इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहा है। अधिकारियों ने कार्यालय में बैठकर फसलों के नुकसान की रिपोर्ट तैयार की, जो वास्तविकता से दूर है। किसानों ने कहा कि प्रशासन उनके खेतों पर तब पहुंचा जब विधायक टीकाराम जूली ने दौरा किया। नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार से अपील की है कि किसानों को उनकी मेहनत का उचित मुआवजा दिलाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।